फ्लोर टेस्ट सिर्फ एक औपचारिकता होगी, हम इसे आसानी से जीत लेंगे: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे
एकनाथ शिंदे (Photo: Twitter)

पणजी, 1 जुलाई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने इसे बालासाहेब ठाकरे की हिंदुत्व विचारधारा और आनंद ढिगे की शिक्षाओं की जीत बताते हुए कहा है कि अगर वे 'मातोश्री' जाते हैं तो लोगों को पता चल जाएगा. शिंदे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद गुरुवार देर रात वापस गोवा आए और पणजी के ताज होटल में बागी विधायकों के साथ शामिल हुए. शिवसेना के बागी विधायक, जिन्होंने उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया, वे गोवा में डेरा डालना जारी रखेंगे और फ्लोर टेस्ट से पहले वापस जा सकते हैं. शिंदे ने कहा कि चूंकि भाजपा और बागी मिलाकर 175 विधायक हैं, इसलिए फ्लोर टेस्ट सिर्फ एक औपचारिकता होगी और वे इसे आसानी से जीत लेंगे. उन्होंने कहा, 'हमारे पास 175 नंबर हैं, तस्वीर साफ है.' एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, समय आने पर लोगों को पता चल जाएगा कि मैं 'मातोश्री' के दर्शन करने जा रहा हूं या नहीं.

उन्होंने कहा, "यह जीत बालासाहेब ठाकरे की हिंदुत्व विचारधारा, आनंद ढिगे की शिक्षाओं और 50 विधायकों की एकता की है. इन विधायकों ने महाराष्ट्र में इतिहास रच दिया है. मैं उन्हें बधाई देता हूं." शिंदे ने कहा, हालांकि भाजपा के पास 115 से 120 विधायक थे, उन्होंने मेरा समर्थन किया, मैं बड़े दिल से बालासाहेब का सैनिक हूं. इसलिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और देवेंद्र फडणवीस को भी धन्यवाद देता हूं. उन्होंने कहा, "उन्होंने मुख्यमंत्री बनने के लिए शिव सैनिक का समर्थन किया है. उन्होंने राज्य के विकास का रास्ता दिखाया है.' शिंदे ने कहा कि वह 50 विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों से संबंधित सभी मुद्दों को हल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो उनके साथ हैं. यह भी पढ़ें : Jagannath Rath Yatra 2022: आज शाही रथों पर सवार होंगे भगवान जगन्नाथ! जानें इन रथों के बारे में कुछ आध्यात्मिक जानकारियां!

उन्होंने कहा, "मैं उनके मुद्दों का समाधान करूंगा. मेरे पास सभी रिकॉर्ड हैं. उनके निर्वाचन क्षेत्रों में विकास कार्यो को करने के लिए धन की कोई कमी नहीं होगी. मतदाताओं की इच्छाओं को पूरा करना मेरी जिम्मेदारी है." शिंदे ने कहा, "हम बालासाहेब के हिंदुत्व को आगे बढ़ा रहे हैं, यहां तक कि आनंद ने भी हमें अन्याय के खिलाफ लड़ना और इसके खिलाफ आवाज उठाना सिखाया है. हम शिवसैनिकों के रूप में काम करेंगे और अपने राज्य को समग्र विकास की ओर ले जाएंगे. सभी परियोजनाएं समय पर पूरी होंगी."