लखनऊ, 10 जून : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में एक योग्य डॉक्टर और पांच अन्य लोगों को विभिन्न अस्पतालों से काले फंगस और रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) की चोरी करने और उन्हें उच्च दरों पर मरीजों के परिजनों को बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस आयुक्त डी.के. ठाकुर ने कहा कि उन्हें बुधवार को रफयाम क्लब के पास से गिरफ्तार किया गया था.
इनके पास से 8 मोबाइल फोन, 16,000 रुपये नकद, दो मोटरसाइकिल और एक कार के अलावा ब्लैक फंगस (लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन बी) के 28 इंजेक्शन और रेमडेसिविर के 18 इंजेक्शन जब्त किए गए. आरोपियों में से एक वामीक हुसैन राम मनोहर लोहिया अस्पताल में डॉक्टर है, जबकि बाकी अलग अलग अस्पतालों में काम करने वाले वार्ड बॉय और दूसरे लोग हैं. यह भी पढ़ें : Farmers Protest: देश में विपक्ष कमजोर है, इसलिए हमें सड़कों पर बैठना पड़ा हैं- राकेश टिकैत
हुसैन आरएमएल इंस्टीट्यूट में इमरजेंसी मेडिसिन में तैनात थे. अन्य आरोपियों में केजीएमयू तकनीशियन मोहम्मद इमरान, केजीएमयू वार्ड बॉय मोहम्मद आरिफ, केजीएमयू फार्मासिस्ट बलबीर सिंह, फार्मास्युटिकल फ्रेंचाइजी के मालिक मोहम्मद रकीब और उनके सहयोगी एक सर्जिकल कंपनी के सेल्समैन राजेश सिंह शामिल हैं. एडीसीपी राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन बी और रेमेडिसविर इंजेक्शन अवैध रूप से बेच रहे हैं.