नई दिल्ली: केंद्र सरकार कोविड-19 (COVID-19) से बचाव, रोकथाम और प्रबंधन के लिए सभी राज्यों व संघ शासित प्रदेशों के साथ मिलकर सामूहिक प्रयासों के जरिए अनेक कदम उठा रही है. यही वजह है कि देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में 40 फीसदी की गिरावट आई है. शुक्रवार को देश के पहला कोरोना हॉटस्पॉट राजस्थान (Rajasthan) के भीलवाड़ा (Bhilwara) को जानलेवा वायरस से मुक्त घोषित कर दिया गया है. जबकि उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के तीन जिले भी कोविड-19 से फ्री हो गए है.
राजस्थान के भीलवाड़ा के जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र भट्ट (Rajendra Bhatt) ने शुक्रवार को बताया कि इलाज के बाद ठीक होने पर दो और कोरोना संक्रमितों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया. अब जिले के किसी भी अस्पताल में कोई कोरोना का मरीज नहीं है. अब कुल 28 मरीजों में से दो ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जबकि अन्य ठीक होकर घर लौट गए है. यहां क्लिक कर जानें अपने राज्य का हाल
भीलवाड़ा में बीते 9 अप्रैल के बाद एक भी कोरोना संक्रमण का नया केस नहीं आया है. हालांकि अभी भी केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भीलवाड़ा को रेड जोन में दर्शाया है. लेकिन माना जा रहा है कि 20 अप्रैल से सरकार भीलवाड़ा में लॉकडाउन में ढील दे सकती है, बशर्ते कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आए. दरअसल सरकार ने कोरोना संक्रमण के प्रसार को देखते हुए तीन श्रेणियां बनाई है- रेड जोन, ऑरेंज जोन और ग्रीन जोन.
उधर, उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. शुक्रवार को 44 नए मामले सामने आए, जिसमें राजधानी लखनऊ के सात और मुरादाबाद के 12 मामले शामिल हैं. इसके साथ ही पूरे प्रदेश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 849 हो गई है. वहीं, 14 संक्रमितों की मौत हुई है. राज्य के 49 जिले महामारी की चपेट में है. भारत में 24 सैंपल टेस्ट करने पर मिलता है एक कोरोना संक्रमित मरीज, अमेरिका-जापान और इटली से हालात बेहतर
देश के सबसे अधिक आबादी राज्य के तीन जिलों को कोरोना वायरस से मुक्त घोषित किया गया है. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए यूपी के प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन (Amit Mohan) प्रसाद ने कहा "उत्तर प्रदेश में पीलीभीत, महाराजगंज और हाथरस जिले कोविड-19 से मुक्त हो गए हैं. अब यहां वायरस से पीड़ित कोई मरीज नहीं है. अब तक मिले सभी संक्रमित पूरी तरह से ठीक हो गए हैं.” हालांकि सभी अधिकारियों को आवश्यक सावधानियों में नरमी नहीं लाने के लिए कहा गया है.
देश में शुक्रवार तक कोविड-19 के कुल 13,835 पुष्ट मामले दर्ज किए गए हैं और 452 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. सुधार को देखते हुए 1766 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है. अभी तक 325 जिलों में कोई भी मामला सामने नहीं आया है. भारत में कोविड-19 के मामलों में मृत्यु दर 3.3 प्रतिशत रही है. जबकि अभी तक स्वास्थ्य होने की दर 12 प्रतिशत से अधिक है.