लखनऊ: सामाजवादी पार्टी (SP) के वरिष्ठ नेता आजम खान (Azam Khan) अपने विवादित बयानों को लेकर जाने जाते है. उनके इन्हीं विवादित बयानों को लेकर उनके खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में एक मामला दर्ज हुआ है. उनके खिलाफ यह मामला शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जवाद के खिलाफ असामाजिक वक्तव्य देने और उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने के साथ आरएसएस (RSS) को भी बदनाम करने को लेकर दर्ज करवाया गया है. इस शिकायत को अल्लामा जमीर नकवी (Allama Zameer Naqvi) ने आजम खान के खिलाफ दर्ज कराया है.
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार अल्लामा जमीर नकवी द्वारा दिए तहरीर के आधार पर पुलिस ने उनके खिलाफ आईपीसी (IPC) की धारा 500 और 505 के तहत मामला दर्ज किया गया है. दरअसल मामला चार साल पहले उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के कार्यकाल के समय का है. अल्लामा जमीर का आरोप है कि आजम खान ने सरकारी पैड पर चार अगस्त 2014 से 12 अगस्त 2014 तक मौलाना जवात पर गलत आरोप लगाकर लेटर जारी किए साथ ही आरएसएस को बदनाम किया था. शिकायतकर्ता ने आरोप लगा कि ये खबरें न्यूज चैनलों और अखबारों में भी प्रकाशित हुईं थी. हालांकि, आज तक उन्होंने किसी भी आरोप का सबूत नहीं दे सके हैं. फिलहाल पुलिस केस दर्ज करने के बाद जांच में जुट गई है. यह भी पढ़े: सपा नेता आजम खान ने कसा तंज, कहा- CM योगी बताएं, हनुमान जी दलितों में कौन से दलित हैं
Lucknow: FIR registered against SP leader Azam Khan( in file pic) for allegedly defaming RSS and Shia Cleric Kalbe Jawwad. The complaint was filed by one Allama Zameer Naqvi pic.twitter.com/kCy5daXRq7
— ANI UP (@ANINewsUP) February 2, 2019
आजम खान का क्या था आरोप
सामाजवादी पार्टी के पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान ने अपने सरकारी लेटर पैड पर लिखकर आरोप लगाया था कि ठाकुरगंज स्थित वक्फ सज्जादिया की 22 बीघा जमीन को मौलाना जवाद ने प्लॉटिंग कर बेच डाला था. इसकी रजिस्ट्री किसके नाम हुई, यह आज तक साबित नहीं हो सका. आजम खां ने यह भी झूठा आरोप लगाया था कि मौलाना जवाद ने राम मंदिर निर्माण के लिए 15 लाख रुपये दिए हैं.