ड्राइवर की बिगड़ी तबीयत, महिला यात्री ने खुद बस चलाकर पहुंंचाया अस्पताल, कई लोगों की बचाई जान, देखें VIDEO

पुणे में महिलाओं का ग्रुप मोराची चिंचोली में घूमने के लिए गया था. वापस आने के दौरान ड्राइवर की तबीयत खराब हो गई. इस परिस्थिति में योगिता ने बस की कमान संभालकर ड्राइवर और दूसरी महिलाओं की जान बचाई.

योगिता धर्मेंद्र सातव (Photo Credit Twitter)

पुणे:  पुणे (Pune) में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसे देखर हर कोई महिला जज्बे को सलाम कर रहा है. बस ड्राइवर (Bus Driver) की अचानक तबीयत खराब होने पर योगिता धर्मेंद्र सातव (Yogita Dharmendra Satav) नामक एक महिला ने  खुद बस की  स्टेयरिंग (Steering) थाम ली. बस चलाकर उन्होंने ड्राइवर को अस्पताल (Hospital) तक पहुंचाया और सभी यात्री को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाया. जांबाज महिला ने हाथ से कोबरा को पकड़कर जार में किया बंद, बहादुरी के कायल हुए लोग (Watch Video)

 

पुणे के वाघोली की 22 से 23 महिलाओं का ग्रुप शिरूर तालुका के मोराची चिंचोली में घूमने के लिए गया था. मोराची चिंचोली से वापस आने के दौरान ड्राइवर की तबीयत खराब हो गई. इस परिस्थिति में योगिता ने बस की कमान संभालकर ड्राइवर और दूसरी महिलाओं की जान बचाई. लोग योगिता के इस साहसी कदम के लिए उसकी प्रशंसा कर रहें हैं.

खुद बस चलाकर ड्राइवर को अस्पताल पहुंचाने के बाद योगिता ने दूसरे ड्राइवर को बुलाकर सभी महिलाओं को वाघोली तक सुरक्षित पहुंचावाया. वाघोली गांव की पूर्व सरपंच जयश्री सातव पाटिल ने अपनी सहयोगी और पिकनिक की आयोजक आशा वाघमारे के साथ योगिता सातव के घर पहुंचकर उनको सम्मानित किया.

पूर्व सरपंच जयश्री सातव पाटिल ने कहा "चार पहिया वाहन बहुत सी महिलाएं चलाती हैं, लेकिन गंभीर परिस्थिति में बस चलाने का काम वाघोली की योगिता ने बहुत हिम्मत से किया है. उसने बस के ड्राइवर के सात बस में सवार सभी महिलाओं की भी जान बचाई है. आज हमने उनको इस साहसी कार्य के लिए सम्मानित किया है

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