Uttar Pradesh: ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा, फसल के साथ बिजली भी पैदा करेंगे किसान
उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि हमारे अन्नदाता किसान अब फसल के साथ बिजली भी पैदा करेंगे
गोरखपुर, 11 दिसम्बर. ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा शुक्रवार को गोरखपुर (Gorakhpur) विश्वविद्यालय परिसर में नियोजन विभाग और गोरखपुर विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित पूर्वाचल के सतत विकास मुद्दे, रणनीति और भावी दिशा विषयक राष्ट्रीय वेबिनार व संगोष्ठी के दूसरे दिन विनिर्माण क्षेत्र के पंचम तकनीकी सत्र की अध्यक्षता कर रहे थे. कहा कि किसान अब फसल के साथ बिजली भी पैदा करेंगे. पूरे प्रदेश में इस दिशा में काम शुरू कर दिया गया है. अतिरिक्त ऊर्जा या नवीकरणीय स्रोतों का उपयोग कर किसान निष्प्रयोज्य या बंजर भूमि पर सोलर ऊर्जा प्लांट लगाएंगे और उत्पादित बिजली का अपने उपभोग के बाद शेष को उत्तर प्रदेश पॉवर कॉर्पोरेशन को बेच देंगे. इससे उनकी आय दोगुनी करने का लक्ष्य भी हासिल होगा.
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि, "नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में पीएम कुसुम योजना के तहत किसानों द्वारा उत्पादित बिजली खरीदने के लिए बनने वाले उपकेंद्रों में से 4 पूर्वाचल में लगाए जाएंगे. इसके अलावा प्रदेश को मिले 8000 सोलर सिंचाई पंप में से 2882 पूर्वाचल को दिये गए हैं. ऊर्जा मंत्री ने कहा, "मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में सबके सहयोग से यूपी तेजी से आगे बढ़ रहा है. राज्य के समग्र विकास के लिए पूर्वाचल का तीव्र गति से विकास बहुत जरूरी है क्योंकि पूर्वांचल के विकास के बगैर राज्य का विकास अधूरा है." यह भी पढ़े: Mumbai Electric Supply Failure: मुंबई में ग्रिड फेल होने से कई इलाकों में बत्ती गुल, अडानी ग्रुप ने कहा-जल्द से जल्द आपूर्ति बहाल करने का काम जारी.
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि , "सतत विकास के लिए निर्बाध बिजली की बड़ी आवश्यकता है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हम इस दिशा में तेजी से कार्य कर रहे हैं. नवीकरणीय स्रोतों से अभी ऊर्जा क्षेत्र में 6 फीसदी का योगदान है, जिसे मुख्यमंत्री ने 2021 तक 20 फीसदी करने को लक्षित किया है."यह भी पढ़े: नानाजी देशमुख, भूपेन हजारिका और प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न, देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से किया जाएगा सम्मानित.
शर्मा ने कहा कि, "सबको निर्बाध बिजली मुख्यमंत्री योगी का लक्ष्य है. उनकी मंशा सूर्यास्त से सूर्योदय तक किसी भी दशा में बिजली संकट न आने देते हुए गांवों को भी 24 घण्टे बिजली आपूर्ति की है. मुख्यमंत्री के दिशानिर्देश के अनुरूप ऊर्जा विभाग ने कोरोना के संकट काल में भी बिजली संकट नहीं आने दिया. तीन साल पहले गांव में ट्रांसफार्मर फुंक जाने पर ग्रामीणों को चंदा जुटाकर बनवाना पड़ता था,
आज सूचना मिलते ही हमारी टीम एक्टिव होकर तय समय में उसे ठीक करा देती है. ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में यूपी देश में दूसरे स्थान पर है, तो इसमें ऊर्जा की उपलब्धता का बड़ा योगदान है. 20 किलोवाट से अधिक का कनेक्शन लेने पर अधिशासी अभियंता स्वयं कनेक्शन लेने वाले के यहां मिठाई का डिब्बा लेकर पहुंचते हैं, चेयरमैन स्तर पर उनसे नियमित संवाद कर उनकी समस्या जानी जाती है." इस सत्र में उत्तर प्रदेश पॉवर कार्पोरेशन के चेयरमैन अरविंद कुमार (Arvind Kumar), पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम के एमडी सरोज कुमार (Saroj Kumar) ने विभागीय योजनाओं व उपलब्धियों की चर्चा की.