Farmers Protest: आंदोलन का 31वां दिन, दोपहर 2 बजे संयुक्त किसान मोर्चा सिंघु बॉर्डर पर करेगा मीटिंग
राजधानी दिल्ली में किसान आंदोलन (Farmers Protest) जारी है. नये कृषि कानून (New Farm Bills 2020) के मसले पर सरकार और किसान संगठनों के बीच गतिरोध बना हुआ है. इस बीच किसानों के आंदोलन को पूरे एक महीने हो गए. किसानों ने अपना आंदोलन 25 नवंबर से शुरू किया था. आज किसानों के आंदोलन का 31वां दिन है. वहीं, आज दोपहर 2 बजे संयुक्त किसान मोर्चा सिंघु बॉर्डर पर करेगा मीटिंग होगी. जिसमें पीएम मोदी के दिए गए भाषण और सरकार के भेजे गए चिठ्ठी पर चर्चा होगी. इसके साथ किसानों ने आंदोलन को और भी तेज कर दिया है. उनका साफ कहना है कि अगर सरकार बात नहीं मानती है तो आंदोलन ऐसे ही जारी रहेगा.
नई दिल्ली:- राजधानी दिल्ली में किसान आंदोलन (Farmers Protest) जारी है. नये कृषि कानून (New Farm Bills 2020) के मसले पर सरकार और किसान संगठनों के बीच गतिरोध बना हुआ है. इस बीच किसानों के आंदोलन को पूरे एक महीने हो गए. किसानों ने अपना आंदोलन 25 नवंबर से शुरू किया था. आज किसानों के आंदोलन का 31वां दिन है. वहीं, आज दोपहर 2 बजे संयुक्त किसान मोर्चा सिंघु बॉर्डर पर करेगा मीटिंग होगी. जिसमें पीएम मोदी के दिए गए भाषण और सरकार के भेजे गए चिठ्ठी पर चर्चा होगी. इसके साथ किसानों ने आंदोलन को और भी तेज कर दिया है. उनका साफ कहना है कि अगर सरकार बात नहीं मानती है तो आंदोलन ऐसे ही जारी रहेगा.
बता दें कि इससे पहले पीएम मोदी ने विरोधी दलों पर जमकर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि सरकार किसानों से चर्चा के लिए तैयार है. जबकि किसान नेताओं का कहना है कि नये कृषि कानून को वापस लें. जबकि सरकार कह रही है, किसान संगठन कानून में संशोधन के जो भी प्रस्ताव लेकर आएंगे उस पर विचार किया जाएगा. मगर, प्रदर्शनकारी किसान तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करवाने की मांग पर कायम हैं जबकि सरकार उनकी इस मांग को मानने को तैयार नहीं है. जिसके कारण आंदोलन लंबा खींच रहा है. Farmers Protest: कृषि बिल को लेकर घमासान जारी, राकेश टिकैत बोले-26 जनवरी को ट्रैक्टर पर तिरंगा लगा कर परेड में होंगे शामिल, देखते हैं कौन चलाता है वॉटर कैनन.
वहीं, इसी बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर पर तिरंगा लगा कर हम परेड में होंगे शामिल, देखते हैं कौन वॉटर कैनन चलाता है. गौरतलब ही कि इससे पहले भी शुक्रवार को किसानों की मीटिंग हुई थी. जिसमें केंद्र सरकार से चर्चा करने पर निर्णय लेना था. लेकिन इस दौरान बात नहीं बन पाई.