किसानों के समर्थन में अपना विरोध दर्ज करते हुए Dr Varinder Pal Singh ने Gold Medal और Golden Jubilee Award स्वीकार करने से किया इनकार, देखें वीडियो
कृषि बिलों को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. राजधानी दिल्ली में किसान डंटे हुए हैं. इसके साथ ही किसानों और केंद्र के बीच बुधवार को एक बार बातचीत होने वाली है. इससे पहले आज गृहमंत्री अमित शाह से किसान नेताओं की मुलाकात शाम 7 बजे होने जा रही है. ऐसे में किसान को उम्मीद है कि कल होने वाली मीटिंग से पहले कोई अच्छी खबर सामने आए. किसानों के समर्थन में कई नामी हस्तियां आयी है.
नई दिल्ली, 8 दिसंबर. कृषि बिलों को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. राजधानी दिल्ली में किसान डंटे हुए हैं. इसके साथ ही किसानों और केंद्र 9Modiके बीच बुधवार को एक बार बातचीत होने वाली है. इससे पहले आज गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) से किसान नेताओं की मुलाकात शाम 7 बजे होने जा रही है. ऐसे में किसान को उम्मीद है कि कल होने वाली मीटिंग से पहले कोई अच्छी खबर सामने आए. किसानों के समर्थन में कई नामी हस्तियां आयी है. इसी कड़ी में प्रिंसिपल सॉयल केमिस्ट पीएयू लुधियाना के डॉ वरिंदर पाल सिंह (Dr Varinder Pal Singh) ने गोल्ड मेडल (Gold Medal) और गोल्डन जुबली अवॉर्ड (Golden Jubilee Award ) लेने से साफ इनकार कर दिया है.
बता दें कि डॉ वरिंदर पाल सिंह का नाम जब अवॉर्ड के लिए पुकारा गया तो वे स्टेज पर जरूर आए लेकिन उन्होंने किसानों का समर्थन करते हुए गोल्ड मेडल और गोल्डन जुबली अवॉर्ड लेने से साफ इनकार कर दिया. हालांकि उन्होंने FAI के डायरेक्टर जनरल का आभार जरूर जताया. उन्होंने कहा कि देश में किसान सडकों पर है ऐसे में मेरा जमीर मुझे ये अवॉर्ड लेने की अनुमति नहीं देता है. यह भी पढ़ें-Farmers Protest: पंजाब किसान यूनियन ने कहा-हम दिल्ली या हरियाणा किसी को भी असुविधा नहीं पहुंचाना चाहते हैं, हमें रामलीला ग्राउंड पर विरोध प्रदर्शन की मिले इजाजत
Dr Varinder Pal Singh ने गोल्ड मेडल और गोल्डन जुबली अवार्ड स्वीकार करने से किया इनकार, देखें वीडियो-
वहीं कृषि बिल को लेकर मचे घमासान के बीच गृहमंत्री अमित शाह से किसान नेताओं की मुलाकात होने वाली है इसकी जानकारी भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने दी. साथ ही उन्होंने कहा कि यह मुलाकात शाम 7 बजे होगी.
दूसरी तरफ कृषि बिल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि वे दिल्ली-हरियाणा किसी को भी असुविधा नहीं पहुंचाना चाहते हैं. इसलिए हमें राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रदर्शन की अनुमति दी जाए.