Farmers Protest: सरकार और किसान नेताओं के बीच कल फिर होगी बातचीत, स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट, कृषि कानूनों की वापसी और MSP होगा मुख्य एजेंडा
किसान नेताओं ने बातचीत से पहले सरकार को दिया एजेंडा
Farmers Protest: कृषि कानून को लेकर किसानों का आंदोलन लगातार जारी हैं. उनके आंदोलन का आज 39वां दिन है. किसान अपने जिद पर अड़े हैं कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएगी. तब तक उनका आंदोलन इसी तरह से चलता रहेगा. इस बीच सातवें दौर की वार्ता सरकार और किसानों के बीच कल एक बार फिर से होने जा रही है. उम्मीद जताई जा रही हैं कि कल कोई हल निकल जायेगा. वहीं बातचीत से पहले किसान नेताओं ने एक बार फिर से कहा है कि उनका बातचीत का क्या एजेंडा होगा.
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) जो किसान नेताओं के साथ दिल्ली के सिंघु बॉडर पर डेट हुए हैं. उन्होंने रविवार को मीडिया के बातचीत में कहा कि कल का एजेंडा स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट, तीन कृषि क़ानूनों की वापसी और MSP पर क़ानून बने रहेगा. वहीं आगे टिकैत ने कहा उनकी मांगे जब तक मानी नहीं जायेगी. तब तक किसान यहां से नहीं जाएंगे. अब तक 60 किसान शहीद हो चुके हैं. सरकार को जवाब देना होगा. Farmers Protest: किसानों की तरफ दबाव बनाने की कवायद शुरू, 23 जनवरी को राजभवन तक निकालेंगे मार्च तो 26 जनवरी के दिन दिल्ली में ट्रैक्टर किसान परेड की घोषणा
वहीं किसानों ने कृषि कानून के विरोध में किसान नेता हरमीत सिंह ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि, '13 जनवरी को हम कृषि कानूनों की कॉपियां जलाकर लोहड़ी का त्योहार मनाएंगे. 6 से 20 जनवरी के बीच देशभर में किसानों के पक्ष में धरना-प्रदर्शन, मार्च आदि आयोजित किए जाएंगे. इसके बाद 23 जनवरी को आजाद हिन्द किसान दिवस मनाया जाएगा. हलांकि सरकार की तरफ से कहा जा रहा है कि कल होने वाली बातचीत के दौरान बीच का कोई रास्ता निकल जायेगा और किसानों का आंदोलन खत्म हो जायेगा.