नई दिल्ली:- संयुक्त किसान मोर्चा ने ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर सात जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकालने का ऐलान किया है. सरकार के साथ सातवें दौर की वार्ता बेनतीजा रहने के एक दिन बाद मंगलवार को संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से ट्रैक्टर मार्च की तारीख के साथ-साथ दो सप्ताह तक देश-जागरण अभियान चलाने की भी घोषणा की गई. इससे पहले सिंघु बॉर्डर पर दिन में किसान संगठनों की बैठक हुई. बैठक के बाद एक प्रेसवार्ता के दौरान किसान नेताओं ने आंदोलन तेज करने को लेकर छह जनवरी से लेकर 20 जनवरी तक देशभर में जनजागरण अभियान चलाने के साथ-साथ अन्य कार्यक्रमों का भी ऐलान किया.
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि नौ जनवरी को सर चौधरी छोटूराम की पुण्य तिथि पर सभी मोर्चो पर याद किया जाएगा. सर छोटूराम को एक किसान नेता के रूप में याद किया जाता था. इसके बाद 13 जनवरी को लोहड़ी और 14 जनवरी को मकरसंक्रांति को किसान संकल्प दिवस के रूप में मनाने का एलान किया गया है. देश की राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसानों के आंदोलन का मंगलवार को 41वां दिन था. Farmer Protest: राहुल गांधी ने कृषि कानूनों को निरस्त करने की फिर की मांग.
केंद्र सरकार द्वारा लागू कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) कानून 2020, कृषक (सशक्तीकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा करार कानून 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) कानून 2020 को वापस लेने और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद की कानूनी गारंटी देने की मांग को लेकर किसान 26 नवंबर 2020 से दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं. इस मसले के समाधान के लिए किसान और सरकार के बीच सातवें दौर की वार्ता सोमवार को बेनतीजा रहने के बाद अब अगले दौर की वार्ता आठ जनवरी को तय की गई है.