Fadnavis on Malegaon Blast Verdict: मालेगांव बम ब्लास्ट मामले में 17 साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार विशेष एनआईए कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया. अदालत ने सभी आरोपियों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया. कोर्ट के इस फैसले के बाद राजनीतिक गलियारों में प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है.
देवेंद्र फडणवीस की प्रतिक्रिया
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा: "आतंकवाद भगवा कभी था, ना है और ना कभी रहेगा!" उनका यह बयान उन आरोपों के विरुद्ध था, जिनमें भगवा और हिंदुत्व से जुड़ी पहचान को आतंकवाद से जोड़ा गया था. Malegaon Blast Case Verdict: मालेगांव बम ब्लास्ट मामले में सभी आरोपी बरी, जानें नेताओं की प्रतिक्रियाएं; VIDEOS
आतंकवाद भगवा न कभी था, ना है, ना कभी रहेगा!#MalegaonVerdict
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) July 31, 2025
रवि किशन की प्रतिक्रिया
भाजपा सांसद रवि किशन ने फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा: "मुझे समझ नहीं आता कि मैं खुशी मनाऊं या दुख... उनके जीवन के 17 साल कौन लौटाएगा? कांग्रेस के जिन आलाकमान नेताओं ने 'भगवा आतंकी' शब्द दिया था, उन्हें जवाब देना चाहिए... उन्हें 100 करोड़ हिंदुओं को बताना चाहिए कि किस आधार पर आपने भगवा आतंकवाद कहना शुरू किया था..."
शिवसेना (शिंदे गुट) का बयान
शिवसेना (शिंदे गुट) के सांसद नरेश म्हस्के ने कोर्ट के फैसले को "सच्चाई की जीत" बताया. उन्होंने कहा:
"यह केस 17 सालों से चला आ रहा था. कई लोगों ने कहा था कि उन्होंने एटीएस के दबाव में बयान दिए थे. अब सब कुछ स्पष्ट हो गया है. कांग्रेस सरकार ने 'हिंदू आतंकवाद' के नाम पर लोगों को गुमराह किया था, जो अब साबित हो गया है.
साध्वी प्रज्ञा की भावुक प्रतिक्रिया
आरोपों से बरी होने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने एनआईए कोर्ट में कहा "मैंने शुरू से कहा था कि जांच में बुलाने के पीछे कोई ठोस आधार होना चाहिए। मुझे न केवल बुलाया गया, बल्कि गिरफ़्तार कर प्रताड़ित भी किया गया। इससे मेरा पूरा जीवन बर्बाद हो गया.
उन्होंने आगे कहा: "मैं एक साधु का जीवन जी रही थी, लेकिन मुझ पर आरोप लगाए गए और कोई हमारे साथ खड़ा नहीं हुआ। यह सब एक साज़िश थी भगवा को बदनाम करने की। आज भगवा की जीत हुई है, हिंदुत्व की जीत हुई है और ईश्वर दोषियों को सज़ा देगा.













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