नई दिल्ली: कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि भारतीय सेना (Indian Army) और चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के बीच 11 सितंबर को पैंगोंग त्सो (Pangong Tso) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास एक ताजा झड़प हुई थी. भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच ताजा टकराव की यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. हालांकि, रविवार को सरकार ने इन खबरों को फर्जी खबर बताते हुए स्पष्टीकरण जारी किया.
"मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि शुक्रवार की रात LAC के पास पैंगोंग त्सो में भारतीय सेना और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ताजा झड़प हुई. पीआईबी फैक्ट चेक ने अपने ट्वीट में लिखा, "यह दावा फेक है. शुक्रवार रात को भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच कोई ताजा झड़प नहीं हुई." बता दें कि भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में LAC पर चार महीने से गतिरोध जारी है. कई स्तरों के बातचीत के बावजूद कोई सफलता नहीं मिली है और अभी भी तनाव बना हुआ है. यह भी पढ़ें | Fact Check: भारत-चीन के बीच बॉर्डर पर जारी तनाव के चलते 80 हजार जवानों ने बीमारी का हवाला देकर मांगी छुट्टी? पीआईबी ने बताई वायरल खबर की सच्चाई.
PIB फैक्ट चेक का ट्वीट:
Claim: Media reports have claimed that #IndianArmy and People’s Liberation Army (PLA) engaged in fresh clashes at Pangong Tso near the #LAC on Friday night. #PIBFactCheck: This claim is #Fake. There have been no fresh clashes between @adgpi and #PLA on Friday night. pic.twitter.com/BVmqTuTJwY
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) September 13, 2020
इससे पहले एक वायरल खबर में दावा किया गया था कि भारत-चीन लद्दाख गतिरोध और LAC पर गोलीबारी के बीच भारतीय सेना के 80,000 से अधिक सैनिकों ने कथित तौर पर चीन के डर से बीमारी की छुट्टी के लिए आवेदन दिया है. यह खबर फर्जी निकली. भारतीय सेना पीआरओ ने स्पष्ट किया कि यह खबर पूरी तरह फर्जी है.
दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने के लिए भारत और चीन की सेनाएं लगातार बातचीत कर रही हैं. 5 मई के बाद से चीन का यह आक्रामक रूप LAC पर नजर आ रहा है. 5 और 6 मई को ही पैंगोंग त्सो में भारत और चीन की सेना के बीच में हिंसक झड़प हुई थी. गालवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे इस झड़प में अज्ञात चीनी सैनिक भी मारे गए.