Every Indian is Happy! विदेश मंत्री की मोजांबिक यात्रा, मेड इन इंडिया ट्रेन में सफर पर पीएम ने कहा-हर भारतीय को प्रसन्नता
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मोजांबिक की राजधानी में अपनी यात्रा के दौरान मेड इन इंडिया ट्रेन में सवारी की और मोजांबिक के परिवहन मंत्री के साथ ट्रेन नेटवर्क इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और जलमार्ग कनेक्टिविटी का विस्तार करने में भारत की साझेदारी के बारे में चर्चा की.
युगांडा की यात्रा पूरी कर मोजांबिक पहुंचे विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने राष्ट्रपति समेत देश के शीर्ष नेतृत्व के साथ बातचीत की. उन्होंने व्यापार, बुनियादी ढांचे, ऊर्जा और रक्षा के क्षेत्रों में संभावित सहयोग पर चर्चा की. यहां उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, हमने द्विपक्षीय साझेदारी का विस्तार करने के लिए अपने राजनीतिक और आर्थिक सहयोग की समीक्षा की.
मेड इन इंडिया ट्रेन में सफर
भारत के विदेश मंत्री डॉ.एस. जयशंकर के मोजांबिक की तीन दिवसीय यात्रा में सबसे यादगार रहा मेड इन इंडिया ट्रेन में सफर करना. दरअसल, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मोजांबिक की राजधानी में अपनी यात्रा के दौरान मेड इन इंडिया ट्रेन में सवारी की और मोजांबिक के परिवहन मंत्री के साथ ट्रेन नेटवर्क इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और जलमार्ग कनेक्टिविटी का विस्तार करने में भारत की साझेदारी के बारे में चर्चा की.
’हर भारतीय को प्रसन्नता’
वहीं पीएम मोदी ने मेक इन इंडिया अभियान द्वारा की गई प्रगति पर प्रसन्नता जताई है. पीएम ने मोजाम्बिक के परिवहन मंत्री मातेउस मगाला के साथ मापुटो से माचावा तक ‘मेड इन इंडिया’ ट्रेन में सवारी करने के बारे में कहा कि इससे हर भारतीय को प्रसन्नता होगी! मेक इन इंडिया निरंतर वैश्विक रूप से प्रगति कर रहा है.
एक सदी पुराने सलामंगा मंदिर में पूजा-अर्चना की
वहीं इससे पहले विदेश मंत्री ने कहा कि, मोजांबिक के परिवहन एवं संचार मंत्री और मोजांबिकन पोर्ट एंड रेल अथॉरिटी के अध्यक्ष माटेउस मागला के साथ ग्रीन ट्रांसपोर्ट बातचीत हुई. इसके अलावा उन्होंने भारतीय समुदाय के साथ भी बातचीत की और मापुटो में श्री विश्वंभर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना की. उन्होंने बताया कि मोजाम्बिक से रवाना होने से पहले भगवान श्री रामचन्द्र जी के एक सदी पुराने सलामंगा मंदिर में पूजा-अर्चना की.
बता दें कि विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर 10 अप्रैल से लेकर 15 अप्रैल तक युगांडा और मोजाम्बिक के दौरे पर थे. युगांडा में भी विदेश मंत्री ने भारतीय मूल के लोगों से मुलाकात की थी. 2010 के बाद से भारत के किसी विदेश मंत्री की पहली मोजांबिक यात्रा थी.