जबलपुर: ईओडब्ल्यू की टीम ने रिटायर्ड इंजीनियर के घर पर मारा छापा, करोड़ों रुपये की संपत्ति का हुआ खुलासा
मध्य प्रदेश के जबलपुर में आथक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सेवानिवृत्त इंजीनियर सुरेश उपाध्याय के निवास और अन्य ठिकानों पर छापा मारा, और इस दौरान करोंड़ो रुपये की संपत्ति का खुलासा हुआ है.
मध्य प्रदेश के जबलपुर (Jabalpur) में आíथक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सेवानिवृत्त इंजीनियर सुरेश उपाध्याय के निवास और अन्य ठिकानों पर छापा मारा, और इस दौरान करोंड़ो रुपये की संपत्ति का खुलासा हुआ है. ईओडब्ल्यू के उप पुलिस अधीक्षक राज्यवर्धन माहेश्वरी ने संवाददाताओं को बताया, "मंगलवार सुबह पांच बजे 65 लोगों की टीम ने एक साथ सुरेश उपाध्याय के अनंततारा स्थित बंगले सहित सदर स्थित कार्यालय, भीटा कजरवारा के दो अलग-अलग घरों में छापा मारा। पीएचई में अनुविभागीय अधिकारी (एसडीओ) के पद से रिटायर्ड हुए सुरेश उपाध्याय ने सबसे अधिक निवेश प्रॉपर्टी में किया है. चैतन्य सिटी इनके द्वारा ही विकसित की गई है."
माहेश्वरी ने बताया, "ईओडब्ल्यू के पास शिकायत आई थी कि उपाध्याय ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है. इस शिकायत की जांच की गई तो आरोपों की पुष्टि हुई. उसके बाद ही छापे की यह कार्रवाई की गई."
उन्होंने बताया, "ईओडब्ल्यू की टीम ने सुबह दबिश दी तो सुरेश उपाध्याय सहित घर के लोग सोते हुए मिले. इसके बाद सभी को जगाया गया और सìचग वारंट दिखाते हुए कार्रवाई शुरू की गई. चारों स्थानों से जमीन सम्बंधी कई दस्तावेज टीम ने जब्त किए हैं. 27 एकड़ कृषि भूमि के दस्तावेज मिले हैं, जिसकी कीमत साढ़े तीन करोड़ रुपये आंकी गई है."
माहेश्वरी ने कहा, "सुरेश उपाध्याय ने शहर के अनंततारा में भव्य बंगला बना रखा है. अकेले इस बंगले की कीमत ही करोड़ों रुपये में है. पूरे बंगले में इटैलियन टाइल्स लगे हैं. घर में सभी लग्जरी आइटम मौजूद हैं. उपाध्याय के पास आधा दर्जन महंगे चार पहिया वाहन भी मिले हैं. कुछ बैंकों के लॉकर भी होने की बात सामने आई है." छापे की कार्रवाई अभी तक जारी है