JEE Advanced Exam 2021: देशभर के आईआईटी संस्थानों में प्रवेश के लिए जेईई (एडवांस्ड) 2021 की परीक्षा इस वर्ष 3 अक्टूबर, 2021 को आयोजित की जाएगी. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने सोमवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. फिलहाल अभी जेईई मेंस के तीसरे सत्र की परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं, तीसरे सत्र के उपरांत अगस्त के आखिर में चौथा सत्र की जेईई मेंस परीक्षा आयोजित की जाएगी, जेईई एडवांस्ड परीक्षा की घोषणा सोमवार रात स्वयं केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने की, शिक्षा मंत्री ने बताया कि जेईई एडवांस्ड की परीक्षा 3 अक्टूबर को आयोजित की जाएगी. इन परीक्षाओं के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह ध्यान रखा जाएगा,
देशभर में मंगलवार से जेईई मेंस की परीक्षाओं का तीसरा सत्र शुरू हो चुका है. यह परीक्षाएं 20 जुलाई से प्रारंभ हुई थीं और 27 जुलाई तक चलेंगी. इस दौरान 7 लाख 9529 छात्र यह परीक्षा देंगे. शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक कोरोना को देखते हुए इस बार 334 शहरों में यह परीक्षाएं करवाई जा रही हैं जबकि पहले यह परीक्षाएं 232 शहरों में आयोजित की जानी थी, उधर भारी बारिश और भूस्खलन के कारण महाराष्ट्र के जो छात्र जेईई मेंस परीक्षा के तीसरे सत्र में शामिल नहीं हो पा रहे हैं उन्हें इन परीक्षाओं में शामिल होने का एक और अवसर दिया जाएगा. यह भी पढ़े: CBSE, CISCE, NEET, JEE Mains, JEE Advanced Exam 2021: सीबीएसई, सीआईएससीई, एनईईटी समेत जानें इन परीक्षाओं की महत्वपूर्ण डेट्स, यहां पढ़ें पूरी लिस्ट
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का ट्वीट
JEE (Advanced) 2021 examination for admission in IITs will be held on the 3rd October 2021. The examination will be conducted adhering to all Covid-protocols, tweets Union Education Minister Dharmendra Pradhan pic.twitter.com/gIMdwfcKn8
— ANI (@ANI) July 26, 2021
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के कई इलाकों में अत्याधिक वर्षा होने से जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। जिससे वहां आवाजाही बाधित हुई है, इसके अलावा महाराष्ट्र के ही कुछ जिलों में भूस्खलन के कारण भी इस तरह की स्थिति असामान्य बनी हुई है। शिक्षा मंत्रालय ने इन सभी प्रभावित क्षेत्रों के अभ्यर्थियों को राहत देने का निर्णय किया है,
वहीं कौशल आधारित शिक्षा पर जानकारी देते हुए केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को संसद में बताया कि रोजगार योग्य और प्रतिस्पर्धी मानव संसाधन तैयार करने के लिए भारत सरकार व्यावसायिक और कौशल आधारित शिक्षा को प्राथमिकता दे रही है, फिलहाल देश में 10,859 से अधिक व्यावसायिक स्कूलों में 13 लाख से अधिक छात्र व्यावसायिक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं,