CBSE Class 12 Board Exams 2021 Cancelled: सीबीएसई की 12वीं की परीक्षाएं रद्द, पीएम मोदी की बैठक में फैसला
कोरोना वायरस महामारी के खतरे को देखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कक्षा 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, कोरोना के कारण अनिश्चित परिस्थितियों और हितधारकों से प्राप्त प्रतिक्रिया को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि इस साल कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी. सीबीएसई कक्षा 12वीं के छात्रों के परिणामों को समयबद्ध तरीके से परिभाषित उद्देश्य मानदंडों के अनुसार संकलित करने के लिए कदम उठाएगा.
कोरोना वायरस महामारी के खतरे को देखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, कोरोना (Corona) के कारण अनिश्चित परिस्थितियों और हितधारकों (Stakeholders) से प्राप्त प्रतिक्रिया को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि इस साल कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी. सीबीएसई कक्षा 12वीं के छात्रों के परिणामों को समयबद्ध तरीके से परिभाषित उद्देश्य मानदंडों (Well-Defined Objective Criteria) के अनुसार संकलित करने के लिए कदम उठाएगा. वहीं, पिछले साल की तरह अगर कुछ छात्र परीक्षा देने की इच्छा रखते हैं, तो स्थिति अनुकूल होने पर सीबीएसई द्वारा उन्हें ऐसा विकल्प प्रदान किया जाएगा. यह भी पढ़ें- CBSE Class 10 Results: सीबीएसई ने बढ़ाई समयसीमा, स्कूल अब 30 जून तक जमा कर सकते हैं 10वीं के छात्रों के अंक.
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) मंगलवार शाम को 12वीं बोर्ड परीक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक की थी. बहरहाल, परीक्षा रद्द किए जाने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि यह फैसला छात्रों के हित में लिया गया है. उन्होंने कहा कि छात्रों का स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है और उस पहलू पर कोई समझौता नहीं होगा. उन्होंने कहा कि छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों के बीच चिंता खत्म होनी चाहिए. ऐसी तनावपूर्ण स्थिति में छात्रों को परीक्षा में बैठने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए.
पीएम मोदी का ट्वीट-
उल्लेखनीय है कि सीबीएसई ने कोरोना वायरस महामारी फैलने के कारण 14 अप्रैल को 10वीं बोर्ड परीक्षा रद्द करने और 12वीं बोर्ड परीक्षा स्थगित करने की घोषणा की थी. शिक्षा मंत्रालय ने हाल में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में राज्यों एवं विभिन्न पक्षकारों के साथ व्यापक विचार विमर्श किया था. इस बैठक में केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, प्रकाश जावडेकर, स्मृति ईरानी आदि ने हिस्सा लिया था.