पटना, 11 मार्च : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने शनिवार को कहा कि पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी उनके राज्य में महागठबंधन का हिस्सा होने का नतीजा है.
कुमार ने कहा, 2017 से पांच साल तक छापे नहीं पड़े. अब क्यों हो रहे हैं? इसका सीधा सा कारण है कि मैं महागठबंधन का हिस्सा हूं. इस तरह के छापे हमें डरा नहीं सकते और हमारी सरकार बिहार को सुचारू रूप से प्रबंधित करेगी. फिर से गठबंधन बदलने पर प्रतिक्रिया देते हुए, नीतीश कुमार ने इसे अफवाह बताते हुए खारिज कर दिया कि बिहार में महागठबंधन सुचारू रूप से चल रहा है. उन्होंने कहा, चिंता न करें और अफवाहें न सुनें. यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री मोदी की मां को श्रद्धांजलि देने और मातृत्व का उत्सव मनाने के लिए माइक्रोसाइट की शुरुआत
शुक्रवार को ईडी ने लालू प्रसाद, उनके परिवार के सदस्यों और करीबी सहयोगियों के दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, मुंबई, रांची और कुछ अन्य जगहों पर 15 ठिकानों पर छापेमारी की थी. ईडी के अधिकारियों ने तेजस्वी यादव और उनकी बहनों रागिनी यादव, हेमा यादव और चंदा यादव के आवासों से 53 लाख रुपये नकद, 1.5 किलोग्राम सोने के आभूषण, 540 ग्राम सोने के सिक्के और 1900 अमेरिकी डॉलर बरामद किए थे.