नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आपराधिक गतिविधियों में शामिल होकर प्रवासियों से अवैध और बेईमानी से करोड़ों रुपये वसूलने के मामले में मैथ्यू इंटरनेशनल मुंबई के प्रोपराइटर पुथेनवीटिल जोसेफ मैथ्यू उर्फ पीजे मैथ्यू के आवास सहित मुंबई और केरल में कई स्थानों पर तलाशी ली. ईडी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. ईडी ने कहा कि एजेंसी ने 2 और 3 अगस्त को मुंबई और केरल में मैथ्यू से जुड़े परिसरों एवं कई अन्य व्यावसायिक तथा आवासीय परिसरों में तलाशी ली.
ईडी ने एक बयान में कहा कि तलाशी के दौरान, 76 लाख रुपये की संचयी शेष राशि वाले कई बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं और 12 करोड़ की अचल संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए गए हैं. ईडी ने मैथ्यू और अन्य पर सीबीआई की एफआईआर के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग जांच का मामला दर्ज किया. Powerful Indian Air Force: भारतीय वायु सेना होगी और भी मजबूत, भारत को मिली इजराइली स्पाइक मिसाइल
वित्तीय जांच एजेंसी ने कहा कि जांच के दौरान पता चला कि मैथ्यू ने साल 2015 के दौरान अपने बेटे थॉमस मैथ्यू उर्फ टॉम मैथ्यू के साथ सरकार से मुनव्वर एसोसिएट्स द्वारा धोखाधड़ी से प्राप्त लाइसेंस का उपयोग करके स्वास्थ्य मंत्रालय कुवैत के लिए नर्सों की भर्ती के लिए मुनव्वर एसोसिएट्स प्रोपराइटर महमूद नैना प्रभु के साथ एक आपराधिक साजिश रची थी.
इसमें कहा गया है कि मैथ्यू ने स्वास्थ्य मंत्रालय कुवैत के लिए नर्सों की भर्ती के लिए मुनव्वर एसोसिएट्स मुंबई के नाम पर जेज़ान इंटरनेशनल और अल अमर कंपनी कुवैत से मांग पत्र और प्राधिकरण पत्र प्राप्त किए. कोचीन के तत्कालीन आप्रवासियों के संरक्षक एडोल्फस भी इस षडयंत्र में शामिल हो गये.
आगे कहा कि उन्होंने प्रत्येक उम्मीदवार से 20,000 रुपये की अधिकतम निर्धारित सीमा के मुकाबले अत्यधिक सेवा शुल्क (लगभग 20 लाख रुपये) वसूल कर कोचीन में नर्सों की उपरोक्त भर्ती आयोजित की. इस प्रकार मैथ्यू और उसके सहयोगियों ने नर्सिंग प्रवासियों को धोखा दिया और अपराध से 205.71 करोड़ रुपये की आय अर्जित की.