नई दिल्ली: अंतराष्ट्रीय मंच (International Platform) पर एक बार फिर पाकिस्तान (Pakistan) अलग-थलग पड़ता दिखाई दे रहा है. आतंकवाद (Terrorism) को शह देने और पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर पहले ही पाकिस्तान की दुनिया भर में किरकिरी हो चुकी है. अब मुस्लिम देशों के मंच ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (Organisation of Islamic Co-Operation) ने भी पाकिस्तान के मुंह पर जोरदार तमाचा जड़ा है. पाकिस्तान द्वारा धमकी दिए जाने के बावजूद इस मंच पर भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (EAM Sushma Swaraj) का जोरदार स्वागत किया जाएगा.
दरअसल, OIC की अबु धाबी में होने वाली अगली विदेश मंत्रियों की बैठक में भारत को मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने का न्योता भेजा गया था, लेकिन पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान ने धमकी दी कि अगर भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को इस मंच पर आमंत्रित किया जाता है तो पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी इसमें हिस्सा नहीं लेंगे. पाकिस्तान OIC मंच का फाउंडिंग मेंबर भी है, बावजूद इसके इस्लामिक देशों के इस संगठन पर पाकिस्तान की धमकी का कोई असर होता दिखाई नहीं दे रहा है. यह भी पढ़ें: तीनों सेनाओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पेश किए गए पाकिस्तानी झूठ के सबूत, कहा- हम पाक के किसी भी दुस्साहस का जवाब देने को तैयार
बता दें कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज मुख्य अतिथि के तौर पर शुक्रवार को अबु धाबी में इस मंच से संबोधित करेंगी. OIC के एक सम्मेलन में सुषमा स्वराज गेस्ट ऑफ ऑनर के तौर पर हिस्सा लेंगी. जानकारी के अनुसार, यूएई के विदेश मंत्री इस मंच पर विदेश मंत्री का जोरदार तरीके से स्वागत भी करेंगे.
Delhi: External Affairs Minister Sushma Swaraj emplanes for the UAE. She will attend a conclave of the Organisation of Islamic Cooperation (OIC) there as the Guest of Honour. pic.twitter.com/nMeb72ZomG
— ANI (@ANI) February 28, 2019
26 फरवरी को बालाकोट में जैश के आतंकी कैंप को बर्बाद करने के बाद ओआईसी ने भारत के इस कार्रवाई की निंदा की थी, लेकिन भारत ने यह साफ कर दिया था कि उसकी कार्रवाई किसी देश के खिलाफ नहीं थी, बल्कि आतंक के खिलाफ थी. यहां दिलचस्प बात तो यह है कि इसी मंच से भारत की विदेश मंत्री संबोधित करेंगी. यह भी पढ़ें: पाकिस्तान संसद में बोले पीएम इमरान खान, हमें डर था कि कहीं भारत मिसाइल अटैक न कर दे, इसलिए रात भर थे अलर्ट
बहरहाल, बताया जा रहा है इस मंच से भारत ये साफ करेगा कि वो एक जिम्मेदार देश है, जो युद्ध नहीं चाहता और उसकी लड़ाई किसी देश से नहीं, बल्कि आतंकवाद से है. बता दें इस्लामिक देशों के इस संगठन में अफगानिस्तान, बहरीन, बांग्लादेश, मिस्र, ईरान, इराक और कुवैत जैसे कई देश शामिल हैं. इस मंच का फाउंडर मेंबर होने के बावजूद अब पाकिस्तान अकेला पड़ गया है.