पीएम मोदी के संबोधन के कुछ ही मिनट बाद सांबा में दिखे ड्रोन, कई इलाकों में ब्लैकआउट
Drones Spotted in Samba | X

जम्मू: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "ऑपरेशन सिंदूर" पर राष्ट्र को संबोधित करने के कुछ ही समय बाद, जम्मू के सांबा सेक्टर में एक बार फिर आसमान लाल लकीरों से चमक उठा. जानकारी के अनुसार, 10 से 12 ड्रोन को इंटरसेप्ट किया गया, जिससे इलाके में ब्लैकआउट कर दिया गया. यह लगातार चौथी रात थी जब जम्मू और आसपास के क्षेत्रों में इस तरह का तनावपूर्ण माहौल रहा.

सेना सूत्रों के अनुसार सोमवार की शाम, सांबा सेक्टर में सीमित संख्या में ड्रोन देखे गए. सभी ड्रोन को सफलतापूर्वक इंटरसेप्ट कर लिया गया, और कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ. लगभग 15 मिनट बाद कोई नई गतिविधि नहीं देखी गई, जिससे माना जा रहा है कि हमला टल गया.

सांबा में दिखे ड्रोन

पंजाब के कई हिस्सों में भी दिखे ड्रोन, बजाए गए सायरन

ड्रोन घुसपैठ की आशंका पंजाब के अमृतसर समेत कई हिस्सों से भी सामने आई. अमृतसर में सायरन बजाए गए, हालांकि अब तक किसी विस्फोट की पुष्टि नहीं हुई है. होशियारपुर जिले के दसूया और मुकेरियां इलाकों में आंशिक ब्लैकआउट लागू किया गया. डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने लोगों से स्वेच्छा से ब्लैकआउट अपनाने और घर के अंदर ही रहने की अपील की.

सेना का बयान “डरने की जरूरत नहीं”

सेना के सूत्रों ने ANI को बताया, “पिछली रातों के मुकाबले इस बार सीमित संख्या में ड्रोन नजर आए हैं. सुरक्षा बल उन्हें प्रभावी रूप से रोक रहे हैं. फिलहाल कोई खतरे की बात नहीं है.” वहीं सोमवार की सुबह उत्तरी और पश्चिमी सीमाएं शांत रहीं, जिससे बीते चार दिनों की तनावपूर्ण स्थिति में थोड़ी राहत महसूस हुई थी. लेकिन रात होते ही फिर से ड्रोन हमलों और ब्लैकआउट ने शांति को तोड़ दिया.

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट

इस ड्रोन हमले का समय बेहद अहम है. प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार शाम को राष्ट्र को संबोधित करते हुए बताया कि भारत ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी अड्डों को नष्ट किया. उनके भाषण के मिनटों बाद ही ड्रोन गतिविधि सामने आई. यह पाकिस्तान की बौखलाहट का संकेत माना जा रहा है.

सभी घटनाक्रम पर केंद्रीय एजेंसियों और सेना की पैनी नजर बनी हुई है. सीमावर्ती इलाकों में रडार और निगरानी तंत्र को और सक्रिय किया गया है. लोगों से अपील की जा रही है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें. यदि किसी को संदिग्ध वस्तु या ड्रोन गतिविधि दिखाई दे, तो तुरंत पुलिस या सेना को सूचित करें.