India Will Require at Least 1 Lakh Drone Pilots: मोदी सरकार के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा-
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने मंगलवार को कहा कि देश में अवैध खनन पर रोक लगाने और प्राकृतिक संसाधनों को बचाने में 'ड्रोन प्रौद्योगिकी' महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है.
तकनीकी क्षेत्र में देश की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए, केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को कहा कि भारत ड्रोन प्रौद्योगिकी का केंद्र बन जाएगा और अगले साल तक कम से कम 1 लाख ड्रोन पायलटों की आवश्यकता होगी. सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने मंगलवार को कहा कि देश में अवैध खनन पर रोक लगाने और प्राकृतिक संसाधनों को बचाने में 'ड्रोन प्रौद्योगिकी' महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है.
केंद्रीय मंत्री ने चेन्नई के थालंबूर स्थित अग्नि कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी में ड्रोन विनिर्माण से जुड़े स्टार्टअप गरुड़ एयरोस्पेस द्वारा आयोजित पहले 'ड्रोन कौशल एवं प्रशिक्षण सम्मेलन' के उद्घाटन के मौके पर कहा, ''भारत दुनिया का वैश्विक 'ड्रोन हब' बनने की राह पर है और केंद्र युवाओं को ड्रोन प्रौद्योगिकी के प्रशिक्षण में निवेश करना जारी रखे हुए है.''
उन्होंने कहा, ''खनन और अवैध खनन दो अलग-अलग चीजें हैं. अवैध खनन पर नजर रखने के लिए ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया जा सकता है. ड्रोन प्रौद्योगिकी हमारे संसाधनों को बचाने के लिए एक बड़ा साधन बन सकती है.''
ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान ड्रोन का उपयोग दवा और टीका पहुंचाने में किया गया.