भारत और चीन दोनों के बीच तनाव बरकारर है. LAC यानी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल को लेकर भारत अब चीन की एक न सुनने का मन बना चुका है. गलवान घाटी में धोखा देने के बाद से भारत भांप गया है कि चीन पीठ पीछे से हमला कर सकता है. इसलिए हर मोर्चे पर उसका मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारियों में जुट चुका है. यही कारण है कि पूर्वी लद्दाख में भारत के साथ चल रहे सीमा विवाद का मसला अब लंबा खींच सकता है. जिसके मद्देनजर दोनों ही देश की सेना अपने सीमा पर खड़ी है. इसी कड़ी में भारतीय सेना अपनी ताकत को और भी मजबूत करने की कवायद में जुट गई है. इसी कड़ी में डीआरडीओ (DRDO) ने लेजर गाइडेड ऐंटी टैंक मिसाइल (Laser-Guided Anti Tank Guided Missile) का किया सफल परीक्षण किया.
बता दें कि महाराष्ट्र के अहमदनगर में MBT अर्जुन टैंक से फायर किया गया. डीआरडीओ ने अपने लेजर गाइडेड एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (एटीजीएम) का एमबीके अर्जुन टैंक से केके रेंज्स, आर्मर्ड कॉर्प्स सेंटर एंड स्कूल (एसीसी एंड एस) अहमदनगर में सफलतापूर्वक परीक्षण किया. लेजर गाइडेड ऐंटी टैंक मिसाइल दुश्मन की सेना और उसके बख्तरबंद गाड़ियों को 3 किलोमीटर दूर से अपना निशाना बना सकती है. जिससे दुश्मन का बचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो जाएगा. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन की सफलता पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बधाई दी. यह भी पढ़ें:- Indo-China Stand-Off: सीडीएस जनरल बिपिन रावत का बड़ा बयान, कहा- चीन से बातचीत विफल होने पर निपटने के लिए 'सैन्य विकल्प' मौजूद.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दी बधाई:-
Congratulations to @DRDO_India for successfully conducting test firing of Laser Guided Anti Tank Guided Missile from MBT Arjun at KK Ranges (ACC&S) in Ahmednagar.
India is proud of Team DRDO which is assiduously working towards reducing import dependency in the near future. pic.twitter.com/WuBivV7VYU
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) September 23, 2020
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि डीआरडीओ को लेजर-गाइडेड एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल के सफलतापूर्वक परीक्षण फायरिंग के लिए बधाई. भारत को टीम DRDO पर गर्व है जो निकट भविष्य में आयात निर्भरता को कम करने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है.
ANI का ट्वीट:-
The missile employs a tandem HEAT warhead to defeat Explosive Reactive Armour (ERA) protected armoured vehicles. It has been developed with multiple-platform launch capability and is currently undergoing technical evaluation trials from a gun of MBT Arjun: DRDO https://t.co/6CqggD8chi
— ANI (@ANI) September 23, 2020
वहीं इससे पहले मंगलवार को स्वदेशी हाई-स्पीड टार्गेट ड्रोन अभ्यास का सफलत परीक्षण किया. इस अभ्यास हाई-स्पीड ड्रोन है जिसे हथियार प्रणालियों के अभ्यास के दौरान मिसाइलों द्वारा टार्गेट किया जा सकता है. इसी महीने में डीआरडीओ ने हाइपरसोनिक मिसाइल तकनीक का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था, जो हवा में आवाज की गति से छह गुना तेज गति से दूरी तय करने में सक्षम है.