2030 तक घरेलू हवाई यातायात 300 मिलियन तक पहुंच जाएगा: ज्योतिरादित्य सिंधिया

हैदराबाद, 18 जनवरी : नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को बताया कि भारत का घरेलू हवाई यातायात 2030 तक बढ़कर 300 मिलियन हो जाएगा. हैदराबाद के बेगमपेट हवाईअड्डे पर विंग्स इंडिया 2024 को संबोधित करते हुए सिंधिया ने कहा, ''घरेलू यात्री यातायात जो 2014 में 60 मिलियन था, वह कोविड से पहले बढ़कर 145 मिलियन और 2023 में यह बढ़कर 153 मिलियन हो गया.'' उन्होंने कहा कि साल 2030 तक 300 मिलियन की अनुमानित वृद्धि के बावजूद, भारत दुनिया के शीर्ष 20 बाजारों में एक होगा. आज हमारी पहुंच लगभग 3-4 प्रतिशत है, जो बढ़कर 10-15 प्रतिशत हो जाएगी. हमें अभी भी 85 प्रतिशत तक पहुंच हासिल करनी है. हम क्षमताएं बनाकर, बाधाओं को दूर कर और प्रक्रियाओं को सरल बनाकर इस क्षमता की तैयारी कर रहे हैं ताकि 2047 तक विमानन क्षेत्र 20 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का समर्थन करने में सक्षम हो सके.

कोविड से पहले दैनिक यात्री यातायात 4,00,425 था. अप्रैल-मई में यह बढ़कर 4,50,000 हो गया और नवंबर-दिसंबर 2023 में प्रति दिन 4,67,000 यात्रियों तक पहुंच गया. पिछले 10 वर्षों में घरेलू यात्री यातायात 15.3 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़ा, जबकि अंतर्राष्ट्रीय यातायात 6.1 प्रतिशत की दर से बढ़ा. भारत तीसरा सबसे बड़ा घरेलू नागरिक उड्डयन बाजार और सातवां सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन बाजार है. दोनों को मिला दिया जाए तो भारत दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा नागरिक उड्डयन बाजार है. यह भी पढ़ें : HC- Husband Wife and Salary: पत्नी को पति की सैलरी जानने का अधिकार, तलाक की कार्रवाई के दौरान भी पति को देनी होगी पूरी जानकारी

मंत्री ने कहा कि भारत संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बाद दुनिया में विमान का सबसे बड़ा खरीदार बन गया है. उम्मीद है कि अगले दशक में भारत का बेड़ा 713 से बढ़कर 2,000 से अधिक हो जाएगा. उन्होंने कहा कि देश, जिसके पास 2013-14 में 400 विमान थे, ने अपने बेड़े को 713 विमानों तक बढ़ा दिया है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों के दौरान, भारत ने 74 हवाईअड्डे, वॉटरड्रोम और हेलीपोर्ट जोड़े, जिससे संख्या 149 हो गई. साल 2030 तक यह संख्या 200 के पार हो जाएगी.

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि टियर 2 और टियर 3 शहरों को जोड़ने के दौरान मंत्रालय की नजर महानगरों पर है. छह महानगरों में 2021 में 221 मिलियन यात्रियों की थ्रूपुट (प्रवाह) क्षमता थी और पिछले ढाई वर्षों में यह बढ़कर 261 मिलियन हो गई. अगले चार वर्षों में, दो नए ग्रीनफील्ड हवाईअड्डों (एक नवी मुंबई में और दूसरा दिल्ली के पास जेवर में) के साथ प्रवाह क्षमता 420 मिलियन के करीब पहुंच जाएगी. मंत्री ने बेगमपेट हवाईअड्डे पर एशिया के सबसे बड़े नागरिक उड्डयन कार्यक्रम, चार दिवसीय विंग्स इंडिया 2024 का उद्घाटन किया. नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री वी.के. सिंह के साथ उन्होंने प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया.