अयोध्या के दीपोत्सव में इस बार गाय के गोबर से बने 1.25 लाख दीप जगमगाएंगे. इनमें अयोध्या में निमार्णाधीन श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर का गर्भ गृह भी है.
लखनऊ में सोमवार को प्रदेश के पशु धन मंत्री धर्मपाल सिंह के साथ आइएएस अफसर विशेष सचिव पशुधन देवेन्द्र पाण्डेय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गोबर से बने दीप (गोदीप) को भेंट किया. अयोध्या में इस बार बार दीपावली पर करीब सवा लाख गोदीप प्रज्जवलित करने का लक्ष्य रखा गया है. प्रदेश शासन की ओर से उसी क्रम में सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गोदीप प्रतीकात्मक भेंट दी गई. यह भी पढ़ें: धनतेरस से भाई दूज तक करें यह विशिष्ठ पूजा! धन-समृद्धि के साथ-साथ मिलेगा मान सम्मान
इसे लेकर प्रदेश सरकार के पशुधन व दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने जानकारी दी.
सिंह ने कहा कि गाय विश्व की माता है। गाय के शरीर में 33 कोटि देवताओं का वास होता है. वहीं गाय के गोबर में लक्ष्मी का वास है, गौमूत्र में गंगा मैया बसती हैं। गृह दोष अथवा अमंगल की स्थिति में गोमूत्र के छिड़काव से वास्तु दोष दूर व सुख-शांति, समृद्धि आती है. योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार गोदीप जलाकर प्रदेश की खुशहाली की कामना भी करेगी.
योगी सरकार ने आमजन से भी अपील की कि गोबर से बने दीप जलाएं. लोगों से कहा गया कि दीपावली पर गाय के गोबर से निर्मित 9 दीप घरों पर अवश्य जलाएं। यह प्रदूषण मुक्त और इको फ्रेंडली हैं. इससे परिवार में गृह 'शांति' व समृद्धि होगी.
वहीं दीपोत्सव को भव्य बनाने के लिए 21 प्रमुख मंदिरों में भी लगभग 4.50 लाख दीप जलाए जाएंगे. यह योजना पहले से बनी है. राम जन्मभूमि पर 51 हजार, हनुमान गढ़ी पर 21 हजार दीये जलाए जाएंगे. कनक भवन, गुप्तार घाट, दशरथ समाधि, रामजानकी मंदिर साहबगंज, देवकाली मंदिर, भरतकुंड (नंदीग्राम) समेत कई मंदिरों में दीप जलाए जाएंगे.