डीजीसीए ने एयरोब्रिज पर इंतजार कर रहे Spicejet के यात्रियों के मामले में जांच शुरू की

विमानन नियामक डीजीसीए ने दिल्ली हवाईअड्डे पर एक घटना की जांच शुरू की है, जहां बेंगलुरु जाने वाली स्पाइसजेट उड़ान के यात्रियों को एयरोब्रिज पर लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा था.

(Photo Credit : Twitter)

नई दिल्ली, 12 जनवरी : विमानन नियामक डीजीसीए ने दिल्ली हवाईअड्डे पर एक घटना की जांच शुरू की है, जहां बेंगलुरु जाने वाली स्पाइसजेट उड़ान के यात्रियों को एयरोब्रिज पर लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा था. एयरलाइन के प्रवक्ता के अनुसार, स्पाइसजेट की उड़ान एसजी 8133 (दिल्ली-बेंगलुरु) 10 जनवरी को नेटवर्क में खराब मौसम और विमान के पिछले घुमाव के कारण विलंबित हुई थी. इसके परिणामस्वरूप, आने वाले चालक दल को बेंगलुरु के लिए बाद की उड़ान संचालित करने का अधिकार नहीं था और चालक दल को दूसरी आने वाली उड़ान से व्यवस्थित किया गया था जो कि ड्यूटी समय सीमा के अनुसार कानूनी था.

प्रवक्ता ने बताया कि औसतन, बोइंग विमान के लिए दिल्ली हवाईअड्डे पर टर्न अराउंड समय 40-45 मिनट है, जबकि इस विशेष उड़ान पर टर्न अराउंड समय औसत टर्न अराउंड समय से लगभग 20 मिनट अधिक था. चूंकि यात्रियों ने सुरक्षा जांच पूरी कर ली थी इसलिए उनसे एयरोब्रिज पर प्रतीक्षा करने का अनुरोध किया गया. उन यात्रियों को पानी परोसा गया जो विमान के दरवाजे और एयरोब्रिज मार्ग के पास निचली मंजिल पर थे. वीडियो को बोर्डिग गेट के बाहर शूट किया गया था जिसकी पहुंच सीमित थी. उक्त उड़ान के सभी यात्रियों को सर्विस रिकवरी वाउचर प्रदान किए गए थे. यह भी पढ़ें : बंगाल में धूमधाम से मनाई गई स्वामी विवेकानंद की 161वीं जयंती

डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नियामक इस मामले को देख रहा है और इस पर रिपोर्ट मांगी है. हाल ही में विमानन नियामक ने पाया कि गो फस्र्ट एयरलाइन 9 जनवरी को बेंगलुरु हवाईअड्डे पर एक यात्री कोच में 55 यात्रियों को छोड़ने वाली एक उड़ान की घटना में प्रासंगिक नियमों का पालन करने में विफल रही थी. डीजीसीए ने गो फस्र्ट के जवाबदेह प्रबंधक/चीफ ऑपरेशन ऑफिसर को कारण बताओ नोटिस जारी किया था कि उनके विनियामक दायित्व के उल्लंघन के लिए उनके खिलाफ प्रवर्तन कार्रवाई क्यों न की जाए.

Share Now

\