Demolished Babri Masjid: बच्चों को बाबरी मस्जिद गिराए जाने का सच पता होना चाहिए- असदुद्दीन ओवैसी

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को कहा कि देश के बच्चों को पता होना चाहिए कि सुप्रीम कोर्ट ने बाबरी मस्जिद गिराए जाने की घटना को "बेहद खराब आपराधिक कृत्य" कहा था.

Owaisi- ANI

हैदराबाद, 18 जून : ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को कहा कि देश के बच्चों को पता होना चाहिए कि सुप्रीम कोर्ट ने बाबरी मस्जिद गिराए जाने की घटना को "बेहद खराब आपराधिक कृत्य" कहा था. हैदराबाद के सांसद ने एनसीईआरटी की किताबों में बाबरी मस्जिद की जगह "तीन गुंबदों वाला ढांचा" शब्दों के इस्तेमाल के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए यह बात कही.

ओवैसी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "एनसीईआरटी ने बाबरी मस्जिद की जगह 'तीन गुंबदों वाला ढांचा' इस्तेमाल करने का फैसला किया है. उसने अयोध्या पर फैसले को 'सर्वसम्मति' का उदाहरण बताने का भी फैसला किया है. देश के बच्चों को पता होना चाहिए कि उच्चतम न्यायालय ने बाबरी मस्जिद गिराए जाने की घटना को 'बेहद खराब आपराधिक कृत्य' बताया था." उन्होंने कहा, "बच्चों को पता होना चाहिए कि 1949 में कैसे एक मस्जिद का अपमान किया गया और 1992 में उसे गिरा दिया गया. उन्हें आपराधिक कृत्य का महिमामंडन करते हुए बड़ा नहीं होना चाहिए." यह भी पढ़ें : Madhya Pradesh: सीएम मोहन यादव ने की सरकारी स्कूलों के प्रवेश उत्सव की शुरुआत

इससे पहले एनसीईआरटी के निदेशक दिनेश प्रसाद सकलानी द्वारा बाबरी मस्जिद और गुजरात दंगों के बारे में पाठ्य पुस्तकों में किये गये बदलावों का बचाव किये जाने के बारे में ओवैसी ने कहा था, "जो इतिहास से सबक नहीं सीखता उसका उसी इतिहास से दोबारा सामना होना तय है." दिनेश प्रसाद ने कहा कि दंगों के बारे में पढ़ाये जाने से हिंसक और अवसादग्रस्त नागरिक बनेंगे.

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