नई दिल्ली: इस दिवाली पर दिल्ली की हवा बेहद जहरीली हो गई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, राजधानी के कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई. गुरुवार सुबह 7:00 बजे आनंद विहार में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 419 रिकॉर्ड किया गया. आयानगर में AQI 308, जहांगीरपुरी में 395, और द्वारका में 359 दर्ज किया गया. इन सभी इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ स्तर पर रही. बढ़ते प्रदूषण के चलते दिल्लीवासियों के स्वास्थ्य पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है.
मुख्यमंत्री केजरीवाल की अपील; दीये जलाएं, पटाखे न फोड़ें
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दीपावली से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जनता से अपील की थी कि वे पटाखों का इस्तेमाल न करें. उन्होंने कहा, "दीपावली रोशनी का त्योहार है, न कि पटाखों का. जो भी प्रदूषण होता है, उसका असर हमारे बच्चों पर पड़ेगा. इसमें किसी धर्म या समुदाय का मामला नहीं है, यह सभी की जिंदगी का सवाल है."
केजरीवाल ने जनता को सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के निर्देशों का भी हवाला दिया, जिसमें प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए पटाखों पर रोक लगाने की बात कही गई है. इसके बावजूद, दिल्ली में कई जगहों पर पटाखों की बिक्री जारी है, जिससे दिल्ली का वायु प्रदूषण और भी ज्यादा गंभीर हो गया है.
बिगड़ी दिल्ली की आबोहवा
#WATCH | Delhi: A local says, "There are several problems which we are facing due to pollution especially burning sensation in the eye...Nothing is being done to tackle the issue of pollution...." https://t.co/K6Wmk7lCwA pic.twitter.com/atj6pXq0v9
— ANI (@ANI) October 31, 2024
दिल्ली सरकार का सख्त कदम - पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध
प्रदूषण को नियंत्रित करने के उद्देश्य से, दिल्ली सरकार ने 1 जनवरी तक पटाखों के उत्पादन, भंडारण, वितरण और उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने 14 अक्टूबर को इसकी घोषणा की थी. उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को एक पत्र लिखकर इस प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की.
गोपाल राय ने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि दिल्ली पुलिस द्वारा इस प्रतिबंध का पालन सही से नहीं किया जा रहा है, क्योंकि दिल्ली-हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बॉर्डर से पटाखे लाकर दिल्ली के विभिन्न बाजारों में बेचे जा रहे हैं. मंत्री ने कहा कि कानून लागू करने वाली एजेंसियों को इस मामले में सख्ती से कदम उठाना चाहिए ताकि राजधानी के वातावरण को सुरक्षित रखा जा सके.
स्वास्थ्य पर प्रदूषण का गंभीर असर
गंभीर वायु प्रदूषण के चलते दिल्लीवासियों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. बढ़ते वायु प्रदूषण से सांस लेने में दिक्कत, खांसी, आंखों में जलन जैसी समस्याएं बढ़ गई हैं. खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों पर इसका अधिक प्रभाव पड़ता है. दिल्ली सरकार ने लोगों को यह सलाह दी है कि वे घर के अंदर ही रहें और अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचें.