नई दिल्ली: दिल्ली हिंसा के आरोपी और आम आदमी पार्टी (AAP) के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन (Tahir Hussain ) ने राजधानी में दंगों (Delhi Violence) में अपनी भूमिका को स्वीकार किया है. ताहिर हुसैन ने दिल्ली दंगो में अपना जुर्म कबूल कर लिया है. दिल्ली पुलिस की पूछताछ रिपोर्ट में बताया गया है कि ताहिर हुसैन ने लोगों को उकसाने और हिंसा कराने की बात मानी है. ताहिर हुसैन ने पूछताछ में माना कि उसकी योजना कुछ बड़ा करने की थी. ताहिर हुसैन ने दिल्ली दंगों को लेकर कई खुलासे किए हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि, 'पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि हुसैन ने भारी मात्रा में एसिड, पेट्रोल, डीजल और पत्थर अपने छत पर जमा किया था. दिल्ली पुलिस ने बताया कि हुसैन का काम ज्यादा से ज्यादा शीशे की बोतर, पेट्रोल, एसिड, पत्थर को अपने छत पर इकट्ठा करना था.' यह भी पढ़ें: दिल्ली हाई कोर्ट ने राज्य में सांप्रदायिक हिंसा मामले में कांग्रेस की पूर्व पार्षद इशरत जहां की याचिका को किया खारिज.
बता दें कि इस साल फरवरी में हुई दिल्ली हिंसा में कई लोगों की जान गई थी. रिपोर्ट के मुताबिक ताहिर हुसैन ने कहा है कि मैंने खालिद सैफी और उमर खालिद के जानकारों के साथ मिलकर दंगों की साजिश रची थी और दंगों को दौरान मैंने अपने परिवार को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया था.
रिपोर्ट के नुसार ताहिर हुसैन ने पूछताछ में दिल्ली पुलिस को बताया वह जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद से 8 जनवरी को शाहीन बाग स्थित पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कार्यालय में मिला था. हुसैन के एक परिचित खालिद सैफी का काम सड़कों पर लोगों को प्रदर्शन के लिए एकत्र करने का था. हुसैन ने पुलिस जांच में कहा, खालिद सैफी अपने दोस्तों, इशरत जहां के साथ पहले खुर्जी में शाहीन बाग की तरह धरना शुरू करवाया.
4 फरवरी को अबु फैजल इनक्लेव में मैं खालिद सैफी से मिलकर दंगे की योजना बनाई गई.' इस दौरान यह तय किया गया कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में धरने पर बैठे लोगों को उकसाना है और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा के दौरान कुछ बड़ा करना है.