चौथी लहर की आहट के बीच दिल्ली में ओमिक्रॉन के BA.5 वेरिएंट की एंट्री, जानें क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट

दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच ओमिक्रॉन के BA.5 वोरिएंट ने चिंता बढ़ा दी है. सेंट्रल, साउथ और साउथ ईस्ट दिल्ली से मई और 16 जून के बीच एकत्रित कुछ नमूनों में ओमिक्रॉन का BA.5 सब-वेरिएंट पाया गया है.

कोविड-19 (Photo Credits: ANI)

नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना (COVID-19) के बढ़ते मामलों के बीच ओमिक्रॉन के BA.5 वोरिएंट ने चिंता बढ़ा दी है. सेंट्रल, साउथ और साउथ ईस्ट दिल्ली से मई और 16 जून के बीच एकत्रित कुछ नमूनों में ओमिक्रॉन का BA.5 सब-वेरिएंट पाया गया है. वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने सोमवार को जीनोम अनुक्रमण डेटा की पुष्टि की, यह कहते हुए कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), लोक नायक अस्पताल और आईएलबीएस में पुष्टि की गई है. Kanwar Yatra: कोरोना वायरस के चलते पिछले दो साल से बंद रही कांवड़ यात्रा 14 जुलाई से शुरू. 

हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार वैज्ञानिकों ने कहा, 'घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि अभी तक क्लस्टर की सूचना नहीं मिली है. एम्स, लोक नायक अस्पताल और आईएलबीएस से एक या दो मामले सामने आए हैं. लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि हमने अभी तक क्लस्टर नहीं देखे हैं और यह खतरनाक रूप से नहीं फैल रहा है.'

मध्य और दक्षिण पूर्व दिल्ली से लिये गये जिन नमूनों का जीनोम अनुक्रमण किया गया, उनमें से करीब पांच प्रतिशत में BA.5 सब-वेरिएंट होने की पुष्टि हुई. वहीं दक्षिण दिल्ली से लिये गये करीब दो प्रतिशत नमूनों में इसकी मौजूदगी मिली. अधिकतर नमूनों में ओमिक्रॉन के BA.2 सब-वेरिएंट के होने का पता चला.

विशेषज्ञों के अनुसार BA.5 तेजी से फैलता है लेकिन इससे गंभीर संक्रमण नहीं होता. सूत्रों ने बताया कि दिल्ली से राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) में जीनोम अनुक्रमण (सीक्वेंसिंग) के लिए भेजे गये कुछ नमूनों में ओमिक्रॉन के BA.4 और BA.5 सब-वेरिएंट के होने की पुष्टि हुई जिनसे जनवरी में संक्रमण के मामलों की संख्या में इजाफा देखा गया था.

विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि यकृत एवं पित्तविज्ञान संस्थान (आईएलबीएस) में 30 नमूनों का जीनोम अनुक्रमण किया गया जिनमें से दो में BA.5 सब-वेरिएंट के होने की पुष्टि हुई. नमूनों को एक जून से 16 जून के बीच प्रयोगशाला में भेजा गया था.

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