दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम में मौलाना साद के शामली के फार्म हाउस पर मारा छापा- प्रोटेक्शन किट पहनकर पहुंची थी टीम
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की क्राइम ब्रांच टीम (Crime Branch Team) ने निजामुद्दीन मरकज मामले में मौलाना साद कंधालवी (Maulana Saad) के उत्तर प्रदेश के शामली (Shamli) स्थित फार्म हाउस (Farm House) पर क्राइम ब्रांच ने छापा मारा है. दिल्ली पुलिस को तभी से ही तबलीगी जमात के मौलाना साद की तलाश काफी लंबे समय से कर रही है लेकिन अभी तक उन्हें कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी है. मौलाना मोहम्मद साद के फार्म हाउस पर छापेमारी के दौरान क्राइम ब्रांच की टीम ने पर्सनल प्रोटेक्शन किट पहने हुए थी. दरअसल दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के मरकज में हुए कार्यक्रम के बाद से ही मौलाना साद फरार चल रहा है.
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की क्राइम ब्रांच टीम (Crime Branch Team) ने निजामुद्दीन मरकज मामले में मौलाना साद कंधालवी (Maulana Saad) के उत्तर प्रदेश के शामली (Shamli) स्थित फार्म हाउस (Farm House) पर क्राइम ब्रांच ने छापा मारा है. दिल्ली पुलिस को तभी से ही तबलीगी जमात के मौलाना साद की तलाश काफी लंबे समय से कर रही है लेकिन अभी तक उन्हें कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी है. मौलाना मोहम्मद साद के फार्म हाउस पर छापेमारी के दौरान क्राइम ब्रांच की टीम ने पर्सनल प्रोटेक्शन किट पहने हुए थी. दरअसल दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के मरकज में हुए कार्यक्रम के बाद से ही मौलाना साद फरार चल रहा है.
कोरोना वायरस महामारी के बीच दिल्ली के निजामुद्दीन में बड़ा कार्यक्रम आयोजित करने वाला संगठन तब्लीगी जमात विवादों में है. तबलीगी जमात के मरकज में हुए कार्यक्रम के बाद से देश में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी हुई थी. जिसके बाद से दिल्ली पुलिस मौलाना साद की तलाश में थी. वहीं दिल्ली पुलिस ने तब्लीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद कांधलवी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है. दूसरी तरफ प्रवर्तन निदेशालय (ED ) ने भी मौलाना साद कांधलवी और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है.
गौरतलब हो कि विवाद का केंद्र बन चुकी तबलीगी जमात को स्थगित करने का इस धर्म के दिग्गजों ने जमात प्रमुख मौलाना साद कंधालवी को सुझाव दिया था, लेकिन साद ने सुझाव की अनदेखी की. जमात से संबंधित कोविड-19 पॉजिटिव मामले तेजी से बढ़े हैं और भारत में लगभग 20 प्रतिशत मामले इस मंडली से संबंधित हैं. वहीं इस जमात के कार्यक्रम में इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड, नेपाल, म्यामां, बांग्लादेश, श्रीलंका और किर्गिस्तान समेत कई देश के लोग शामिल हुए थे. उनमे से कई लोग अभी भी भारत के अलग-अलग हिस्सों से पकड़े जा रहे हैं.