दिल्ली (Delhi) के पुलिसकर्मियों ने अपनी शिकायतों के निपटारे का आश्वासन मिलने के बाद लगभग 11 घंटे चला प्रदर्शन खत्म कर दिया. विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) सतीश गोलचा ने तीस हजारी अदालत परिसर में पुलिस (Police) और वकीलों के बीच झड़प की घटना के बाद हड़ताल पर गए पुलिसकर्मियों से काम पर लौटने की अपील की और कहा कि इस संबंध में दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi High Court) में पुनर्विचार याचिका दायर की जाएगी. उधर, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल (Lieutenant Governor Anil Baijal) ने अधिवक्ताओं के साथ झड़प के बाद मंगलवार को दिल्ली पुलिस के कर्मियों के अभूतपूर्व विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर स्थिति की समीक्षा की और कहा कि पूरे मामले में निष्पक्ष न्याय सुनिश्चित करना जरूरी है.
उपराज्यपाल कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, विशेष आयुक्त (खुफिया) प्रवीर रंजन ने उपराज्यपाल को मौजूदा स्थिति और उच्च न्यायालय के संबंधित आदेशों के बारे में जानकारी दी. उपराज्यपाल ने कहा कि वकील और पुलिस आपराधिक न्याय प्रणाली के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं और उन्हें पूर्ण सद्भाव के साथ काम करना चाहिए. बैजल के हवाले से जारी बयान में कहा गया है, ‘‘हालिया दुर्भाग्यपूर्ण घटना के मद्देनजर, दोनों के बीच विश्वास बहाल करना और यह सुनिश्चित करना अनिवार्य है कि पूरे मामले में न्याय निष्पक्ष रूप से किया जाए.’’
Lieutenant Governor of Delhi, Anil Baijal: Best possible treatment to be ensured for injured advocates and police personnel. Suitable ex-gratia compensation to be given to the injured officers of Delhi Police as well. (File pic) pic.twitter.com/jnxQxYw14g
— ANI (@ANI) November 5, 2019
बयान में कहा गया है कि उपराज्यपाल ने वरिष्ठ अधिकारियों को सलाह दी कि वह पुलिसकर्मियों को इस बात के लिए आश्वस्त करे कि पुलिस बल के किसी भी सदस्य के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा. यह भी पढ़ें- तीस हजारी कोर्ट हिंसा: दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन जारी, पुलिसकर्मियों ने लगाए नारे 'हमारा CP कैसा हो, किरण बेदी जैसा हो’.
उपराज्यपाल ने सभी संबंधित पक्षों से कानून व्यवस्था बनाये रखने की अपील की. बैजल ने दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक को घायल पुलिसकर्मियों का मुफ्त एवं बेहतर इलाज सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया और सलाह दी कि वरिष्ठ अधिकारियों को घायल पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ाने और उनके परिवार को सांत्वना देने के लिए उनसे मुलाकात करनी चाहिए. मंगलवार को हजारों पुलिस कर्मियों ने पुलिस मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए साकेत अदालत के बाहर अपने सहयोगी पर हमले में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
भाषा इनपुट