Postmortems After Sunset: केजरीवाल सरकार का फैसला, अस्पतालों में सूर्यास्त के बाद भी अब होगा पोस्टमॉर्टम

दिल्ली सरकार ने मंगलवार को एक ऐतिहासिक फैसले में राष्ट्रीय राजधानी के अस्पताल में सूर्यास्त के बाद भी शव का पोस्टमार्टम करने की अनुमति दे दी. इस संबंध में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पर्याप्त सुविधा वाले अस्पतालों में रात में भी पोस्टमार्टम कराने के निर्देश दिए

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

नई दिल्ली, 27 दिसंबर: दिल्ली सरकार ने मंगलवार को एक ऐतिहासिक फैसले में राष्ट्रीय राजधानी के अस्पताल में सूर्यास्त के बाद भी शव का पोस्टमार्टम करने की अनुमति दे दी. इस संबंध में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पर्याप्त सुविधा वाले अस्पतालों में रात में भी पोस्टमार्टम कराने के निर्देश दिए.उन्होंने अस्पताल प्रभारियों से पोस्टमॉर्टम हाउस में सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने को भी कहा.

इस फैसले के बाद परिजनों को मृत शरीर लेने के लिए लंबे समय तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा और अंगदान व प्रत्यारोपण को प्रोत्साहन मिलेगा. अंगदान से संबंधित पोस्टमार्टम प्राथमिकता के आधार पर किए जाएंगे. यह भी पढ़े: दिल्ली के अस्पताल में झगड़ा, आपातकालीन सेवाएं कुछ देर के लिए बाधित

सिसोदिया ने कहा, "रात में पोस्टमार्टम की सुविधा मिलने से दिल्ली में लोगों को शवों के पोस्टमार्टम के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इससे मृतकों के परिजनों को काफी राहत मिलेगी। हालांकि, मौत के मामले में जहां हत्या, आत्महत्या या दुष्कर्म का संदेह है, केवल दिन के दौरान शवों की जांच करने का प्रावधान किया गया है.

उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार ने सूर्यास्त के बाद अस्पतालों में पोस्टमार्टम कराने की मंजूरी के लिए भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा था। इस तरह के पोस्टमॉर्टम उन अस्पतालों में किए जाएंगे, जिनके पास उन्हें नियमित आधार पर करने के लिए पर्याप्त सुविधाएं हैं.

उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि किसी भी तरह के संदेह या भ्रम से बचने के लिए रात भर सभी पोस्टमार्टम की वीडियो रिकॉर्डिग की जाएगी और इसे कानूनी उद्देश्यों के लिए भविष्य के संदर्भ के लिए संरक्षित किया जाएगा.

उन्होंने कहा, "यह नई प्रक्रिया मृतक के दोस्तों और रिश्तेदारों के अलावा, अंगदान और प्रत्यारोपण को भी बढ़ावा देगी, क्योंकि प्रक्रिया के बाद निर्धारित समय के भीतर अंग प्राप्त किए जा सकते हैं.

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