Padma Awards: केजरीवाल सरकार का बड़ा निर्णय- पद्म अवॉर्ड के लिए भेजा जाएगा डॉक्टरों-स्वास्थ्यकर्मियों का नाम, आम जनता ऐसे कर सकती है सिफारिश
कोरोना महामारी की पहली और दूसरी लहर में कई डॉक्टरों ने लोगों की सेवा करते हुए अपनी जान गंवाई. इन कोरोना वारियर्स को सम्मान देने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बड़ा फैसला लिया है. दिल्ली सरकार ने निर्णय लिया है कि इस वर्ष सिर्फ डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों के नाम पद्म पुरस्कारों के लिए भेजे जाएंगे.
नई दिल्ली: कोरोना महामारी की पहली और दूसरी लहर में कई डॉक्टरों ने लोगों की सेवा करते हुए अपनी जान गंवाई. इन कोरोना वारियर्स को सम्मान देने के लिए दिल्ली (Delhi) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बड़ा फैसला लिया है. दिल्ली सरकार ने निर्णय लिया है कि इस वर्ष सिर्फ डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों के नाम पद्म पुरस्कारों (Padma Awards) के लिए भेजे जाएंगे. केंद्र ने पद्म पुरस्कारों के लिए विशिष्ट व्यक्तियों के नामों की सिफारिश का आग्रह किया
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा “हम डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को बताना चाहते हैं कि हम उनके आभारी हैं. ये नाम जनता हमें बताएगी. लोग अपने मेल 15 अगस्त तक padmaawards.delhi@gmail.com पर भेज सकते हैं. हमने एक स्क्रीनिंग कमेटी बनाई है जो 15 दिनों में नामों की स्क्रीनिंग करेगी और दिल्ली सरकार को नामों की सिफारिश करेगी. फिर अंतिम नाम केंद्र सरकार को भेजे जाएंगे.”
केजरीवाल ने कहा “दिल्ली का कोई भी व्यक्ति डॉक्टरों का नाम ईमेल के जरिये भेज सकता है. हम डॉक्टरों के शुक्रगुज़ार हैं. दिल्ली सरकार अकेली सरकार है जिसने फ्रंटलाइन वर्कर के परिवार को 1-1 करोड़ रुपये की सम्मान राशि दी जो लोगों की सेवा करते हुए कोविड-19 से संक्रमित होकर शहीद हो गए. देश इनका कर्जदार है, हमारे पास इनका शुक्रिया अदा करने के लिए शब्द नहीं है.”
पद्म भूषण, पद्म विभूषण और पद्मश्री पुरस्कार के लिए केंद्र सरकार जनता से भी नाम लेती है और राज्य सरकारों से भी नाम लिए जाते हैं. पद्म पुरस्कार गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर प्रतिवर्ष घोषित भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक है. पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिए जाते हैं: पद्म विभूषण (असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए), पद्म भूषण (उच्च क्रम की विशिष्ट सेवा) और पद्म श्री (प्रतिष्ठित सेवा) के लिए.
केंद्र ने 14 जुलाई को कहा कि वह पद्म पुरस्कारों को ‘जन पद्म’ में बदलने के लिए प्रतिबद्ध है और सभी नागरिकों से प्रतिष्ठित सम्मान के लिए सिफारिशें और स्व-नामांकन करने को कहा. पद्म पुरस्कार पद्म पुरस्कार समिति द्वारा की गई सिफारिशों पर प्रदान किए जाते हैं, जिसका गठन हर साल प्रधानमंत्री द्वारा किया जाता है. नामांकन प्रक्रिया जनता के लिए खुली है. यहां तक कि स्व-नामांकन भी किया जा सकता है.
पुरस्कार के लिए नामांकन करने के लिए लोगों को आमंत्रित करने के लिए प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर कहा, "भारत में कई प्रतिभाशाली लोग हैं, जो जमीनी स्तर पर असाधारण काम कर रहे हैं. अक्सर, हम उनमें से बहुत कुछ नहीं देखते या सुनते हैं. क्या आप ऐसे प्रेरक लोगों को जानते हैं? आप उन्हे हैशटैग पीपुल्स पद्म के लिए नामांकित कर सकते हैं. इसके लिए नामांकन 15 सितंबर तक खुले हैं."
केंद्र सरकार ने पिछले महीने पद्म पुरस्कार 2022 के लिए ऑनलाइन नामांकन शुरू किया था. नामांकन की अंतिम तिथि 15 सितंबर, 2021 है. पुरस्कारों की घोषणा 2022 में गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाएगी.
केंद्र सरकार ने 1954 में दो नागरिक पुरस्कार-भारत रत्न और पद्म विभूषण की स्थापना की. बाद वाले में तीन वर्ग थे, पहला वर्ग, दूसरा वर्ग और तीसरा वर्ग. बाद में 8 जनवरी, 1955 को जारी राष्ट्रपति की अधिसूचना के तहत इनका नाम बदलकर पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री कर दिया गया.