दिल्ली बुराड़ी कांड: पुलिस एक तांत्रिक को हिरासत में लेकर कर रही है पूछताछ
सुसाइड के पीछे तंत्र-मंत्र हो सकता है .लेकिन पुलिस के हाथ जब तक कोई ठोस सबूत नहीं लग जाता तब तक पुलिस कुछ भी कहने से बच रही है .
दिल्ली: दिल्ली बुराड़ी कांड मामले में पुलिस ने शक के आधार पर एक तांत्रिक और उसके सहयोगी को हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है .तांत्रिक से पूछताछ में पुलिस को अभी तक कुछ अहम सुराग नही लग पाया है .लेकिन एक ही परिवार के सभी लोगों ने जिस तरह से सुसाइड किया है.पुलिस की शक की सुई तंत्र-मंत्र की तरफ ही जा रही है .ऐसा इसलिए पुलिस ने मकान के जिस हिस्से में पूजा पाठ होता है.वहा से उसने हाथ से लिखी हुई डायरी बरामद किया है .बता दें कि जिस डायरी में अध्यात्मिक,मोक्ष , रीती- रिवाज और पिछले महीने की कुछ तिथियों का जिक्र है.
पुलिस को संदेह है कि मौत के पीछे तंत्र मन्त्र का चक्कर हो सकता है . क्योंकि डायरी में कुछ निर्देश हैं.जिसमे लिखा है. प्रत्येक व्यक्ति को सही तरीके से आंखों पर पट्टी बांध लेनी चाहिए. आंखों में सिर्फ परम स्थान दिखाई दे. पत्र में आगे लिखा है.'श्रद्धा के साथ सात दिनों तक लगातार बरगद के वृक्ष की पूजा करें. अगर कोई घर आए तो यह कार्य अगले दिन करें. इसके लिए गुरुवार या रविवार का दिन चुनें.
दिल्ली क्राइम ब्रांच बुराड़ी केस में हर एंगल से जांच कर रही है. जिसके लिए उनसे कई टीमें बनाई है. ये दिल्ली ,हरियाणा,उत्तर प्रदेश इन प्रमुख राज्यों में सुराग की तलाश कर रही है. लेकिन पुलिस के हाथ जब तक कोई ठोस सबूत नहीं लग जाता तब तक पुलिस कुछ भी कहने से बच रही है.
सुसाइड करने वाले लोगो में नारायण देवी के दो बेटे भूपेंद्र भाटिया (5०) और ललित भाटिया (45) और एक बेटी प्रतिभा (57) और प्रतिभा की बेटी प्रियंका (33) जिसकी पिछले महीने सगाई हुई थी.इसके अलावा भूपेंद्र की पत्नी सविता (48) और उनकी तीन संतानें नीतू (25), मीनू (23), धीरू (15) और ललित की पत्नी टीना और उनका बेटा शिवम (15) शामिल हैं.
घटना का ऐसे हुआ खुलासा
भाटिया परिवार के लोग पड़ोस में ही किराने की एक दुकान और प्लाइवुड (फर्नीचर) की दुकान चलाते थे. नारायण देवी का सबसे बड़ा बेटा दिनेश भाटिया राजस्थान के कोटा में रहता है और एक बेटी सुजाता हरियाणा के पानीपत में रहती है.
पूरे परिवार द्वारा सुसाइड करने की खबर तब पता चली जब मृतक भावनेश की किराने की दुकान रोजाना सुबह छह बजे खुल जाती थी.लेकिन जब रविवार सुबह 7.30 बजे तक दुकान नहीं खुली तो दूध खरीदने पहुंचे एक पड़ोसी ने इसके बारे में छानबीन की तो पाया कि घर का मुख्य दरवाजा खुला हुआ था. अंदर जाकर देखने पर पाया की परिवार के सभी लोगों की लाश लटकी हुई है .जिसकी खबर लोगों ने दिल्ली पुलिस को दी. जिसके बाद दिल्ली पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और सभी 11 लोगों के शव को बरामद किया .