Death by Spurious Liquor: डराने वाले आंकड़े! नकली शराब से पिछले 6 वर्षों में सात हजार लोगों की मौत

एम्स सर्वर हैकिंग मामले में दिल्ली पुलिस ने इंटरपोल के जरिए चीनी हैकर्स के बारे में ब्योरा मांगने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को लेटर लिखा है. दिल्ली पुलिस ने हैकर्स द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे आईपी एड्रेस की जानकारी मांगी है.

प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: LatestLY)

नई दिल्ली, 18 दिसंबर : एम्स सर्वर हैकिंग मामले में दिल्ली पुलिस ने इंटरपोल के जरिए चीनी हैकर्स के बारे में ब्योरा मांगने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को लेटर लिखा है. दिल्ली पुलिस ने हैकर्स द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे आईपी एड्रेस की जानकारी मांगी है. सूत्रों के कहा, इंटरपोल से संपर्क करने के लिए हमने सीबीआई को पत्र लिखा. हमें मामले में इंटरपोल से जानकारी चाहिए. सीबीआई उन तक पहुंचने के लिए नोडल एजेंसी है. हैकर्स ने कुछ आईपी एड्रेस का इस्तेमाल कर मेल भेजे, हमें उन आईपी एड्रेस के बारे में जानकारी चाहिए.

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के सर्वर पर साइबर हमला चीन से किया गया. वे हांगकांग और हेनान में स्थित हैं. हैकर्स ने एम्स के 100 में से 5 सर्वरों को निशाना बनाया था. अस्पताल ने कहा था कि इन पांच सर्वरों से डेटा अब वापस ले लिया गया है. इस बीच, अस्पताल ने भी कुछ विभागों में आंशिक रूप से ऑनलाइन मोड पर काम करना शुरू कर दिया है. अस्पताल के एक सूत्र ने बुधवार को बताया कि ओपीडी अप्वाइंटमेंट कुछ हद तक ऑनलाइन माध्यम से शुरू किया गया है. यह भी पढ़ें : महाराष्ट्र : शीतकालीन सत्र में कोश्यारी की टिप्पणी, सीमा विवाद का मुद्दा छाए रहने की संभावना

न्यू राजकुमारी अमृता कौर (आरएके) ओपीडी में कुछ ऑनलाइन और ऑफलाइन नए और फॉलो-अप रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए हैं. एम्स के सर्वर को पहली बार 23 नवंबर को हैक किया गया था. दो दिन बाद दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) यूनिट द्वारा जबरन वसूली और साइबर आतंकवाद का मामला दर्ज किया गया था. हालांकि, पुलिस ने अस्पताल में फिरौती की मांग से इनकार किया था. दिल्ली पुलिस ने एक बयान में कहा कि ऐसी कोई मांग एम्स प्रशासन के संज्ञान में नहीं लाई गई है.

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