Omicron का बढ़ता खतरा, दिल्ली में जल्द ही आने वाला है कोरोना का पीक, जानें स्वास्थ्य मंत्री ने क्या कहा
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI)

राजधानी दिल्ली (Delhi) में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने से दहशत का माहौल है. यहां कोरोना के मामलों में हर दिन खतरनाक बढ़ोतरी देखी जा रही है. कोविड-19 के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली सरकार का कहना है कि दिल्ली में कोरोना के मामलों की संख्या एक सप्ताह में अपने पीक पर होगी. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि शहर में पॉजिटिविटी रेट 6 प्रतिशत पहुंच चुका है. 2022 में खत्म हो जाएगा COVID-19? जानें WHO चीफ ने कोरोना के अंत को लेकर क्या कहा. 

सत्येंद्र जैन ने सोमवार को बताया कि जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए कुल सैंपल में से 81 फीसदी सैंपल कोरोना वायरस के नए वेरिएंट से पॉजिटिव पाए गए हैं. दिल्ली में सोमवार को कोविड-19 (COVID-19) के 4,099 नए मामले सामने आए. यह 18 मई को 4,482 मामले आने के बाद एक दिन का सबसे बड़ा आंकड़ा है. इस बीच, एक संक्रमित की मौत हुई.

कोविड संक्रमण दर बढ़कर 6.46 प्रतिशत हो गई है, जो पिछले सात महीनों में सबसे अधिक है. दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, शहर में 18 मई को संक्रमण दर 6.89 प्रतिशत दर्ज की गई थी.दिल्ली में कोरोना की संक्रमण दर करीब साढ़े 6 फीसदी पहुंच गई है. ऐसे में दिल्ली में सख्ती बढ़ाई जा सकती है.

दिल्ली में फिलहाल ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का येलो अलर्ट लागू है, जिसे अब रेड अलर्ट में बदला जा सकता है. दिल्ली सरकार ने पहले ही साफ किया था कि अगर कोरोना का संक्रमण दर 5 फीसदी से ऊपर जाता है तो GRAP का रेड अलर्ट लागू होगा.

प्लान के मुताबिक, अगर दिल्ली में संक्रमण दर 5 फीसदी से ऊपर जाती है और लगातार दो दिन तक इसपर बना रहता है, या फिर एक दिन में 16 हजार तक केस आ जाते हैं या फिर हॉस्पिटल में 3 हजार बेड भर जाते हैं तो इस स्थिति में राजधानी में रेड अलर्ट लागू हो जाएगा.