COVID-19: दिल्ली सरकार बच्चों पर पड़ने वाले कोविड प्रभाव पर सर्वेक्षण करेगी
कोरोना वायरस (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली, 23 जनवरी : बच्चों पर कोविड -19 के प्रभाव को समझने के लिए, दिल्ली सरकार ने एक सर्वेक्षण करने का निर्णय लिया है जिसके आधार पर हैप्पीनेस करिकुलम को अपडेट किया जाएगा. हैप्पीनेस करिकुलम को अपडेट करने से स्कूल जाने वाले बच्चों की मानसिक और भावनात्मक भलाई की देखभाल करने में मदद मिलेगी, क्योंकि लंबे समय तक स्कूलों से दूर रहने से उनमें मानसिक तनाव और डर पैदा हो गया है. दिल्ली सरकार ने एक विज्ञप्ति में कहा कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.

"यह पहली बार है जब इस तरह का सर्वेक्षण किया जा रहा है. बच्चों के साथ, अध्ययन माता-पिता की शैली, मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक स्थिति में बदलाव का विश्लेषण करने पर भी ध्यान केंद्रित करेगा, क्योंकि बच्चों ने अपना अधिकांश समय लॉकडाउन के दौरान माता पिता के साथ बिताया है." साथ ही छात्रों और अभिभावकों के साथ-साथ शिक्षकों ने भी अपनी दिनचर्या और शिक्षण शैली में कई बदलाव देखे हैं. यह सर्वेक्षण इस पहलू का भी विश्लेषण करेगा. यह भी पढ़ें : Desert Storm: गुजरात, दक्षिण राजस्थान की ओर बढ़ रही है धूल भरी आंधी

सिसोदिया ने कहा कि पिछले दो साल स्कूली बच्चों के लिए वास्तव में कठिन और बहुत तनावपूर्ण रहे हैं. स्कूल बंद होने के कारण छात्रों को घर में कैद कर दिया गया था, जिससे छात्रों में भय और तनाव की स्थिति पैदा हो गई है. उनकी मानसिक स्थिति को समझना, उन्हें वापस सामान्य स्थिति में लाना बहुत जरूरी है. इस अध्ययन की मदद से और विशेषज्ञों की मदद से, हम नए अध्यायों, कहानियों और गतिविधियों को पेश करके हैप्पीनेस पाठ्यक्रम को संशोधित करेंगे, ताकि छात्र महामारी जैसी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में तनाव मुक्त रहना सीख सकें.