कोरोना वायरस (Coronavirus) से बचने के लिए इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए लोगों को आयुष मंत्रालय की ओर से सलाह दी गई है. जिसमें संतुलित आहार के साथ विटामिन, प्रोटीन को शामिल करने की सलाह दी गई है ऐसे में जिंक के सेवन से शरीर की इम्युनिटी पर क्या प्रभाव पड़ता है. इस बारे में आरएमएल के डॉ. ए के वार्ष्णेय ने कहा कि जिंक से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.खाने-पीने की कई चीजें हैं, जिसमें जिंक होता है, जैसे मशरूम, काजू, बादाम, अखरोट, या बहुत से फलों में जिंक होता है. लेकिन जिंक से इम्युनिटी बढ़ाने के चक्कर में गोलिया मत लीजिए.
केवल प्राकृतिक आहार ही लें वही सर्वोत्तम है.हां अगर कोई व्यक्ति बीमार है, तब जिंक, विटामिन सी आदि के सप्लीमेंट दिए जाते हैं.
इम्युनिटी के लिए योग-एक्सरसाइज भी जरूरी
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इम्युनिटी बढ़ाने के लिए घर पर व्यायाम या ब्रीदिंग एक्सरसाइज़ करें। 10 से 15 मिनट का ही सही, व्यायाम स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। सामान्य भोजन के साथ-साथ दूध, दही, विटामिन सी से युक्त फल खायें.अगर मांसाहारी हैं, तो चिकन-मटन भी खा सकते हैं, बस ये अच्छी तरह से पका होना चाहिए. यह भी पढ़े: कोरोनावायरस को रख सकते है दूर अगर पीएं ये जूस! क्योंकि ये बढ़ाती है आपकी इम्युनिटी पॉवर
घर में साबुन पानी से ही साफ करें हाथ
वहीं उन्होंने कहा कि जितना लोगों को खाने का ध्यान रखना है, उतना ही साफ-सफाई को लेकर भी सावधान रहना है। हांलाकि कई बार हैंड सेनिटाइजर से स्कीन खराब होने की बात करते हैं इस पर उन्होंने कहा कि सरकार ने सभी को बार-बार साबुन-पानी से हाथ धोने की सलाह दी है. सैनिटाइजर का प्रयोग केवल तभी करें, जब आप कहीं बाहर हैं, और वहां पानी उपलब्ध नहीं है. सैनिटाइजर में एल्कोहल होता है, उससे आपकी त्वचा ड्राई हो जाती है, उससे एलर्जी भी हो सकती है.
सर्फेस डिसइंफेक्टेंट से हैंड सेनिटाइज करना नुकसानदायक
इस दौरान उन्होंने लोगों से यह भी कहा कि कई बार लोग सर्फेस डिसइंफेक्टेंट से हैंड सैनिटाइजर करने लगते हैं. लेकिन ऐसा नहीं करें, सर्फेस डिसइंफेक्टेंट का प्रयोग केवल सतहों जैसे फर्श, मेज़, कुर्सी, दरवाजे के हैंडल, आदि पर करना चाहिए, ताकि अगर किसी ने छींका और उनके ड्रॉपलेट सतह पर गिर जाएं तो खतरा न हो. ये डिसइंफेक्टेंट हाथों पर, शरीर पर मत लगायें, उसमें केमिकल होते हैं, जिनका एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है. हाथों में एलर्जी हो सकती है, आंखों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। नाक में चले गए तो सांस की बीमारी हो सकती है.यहां तक किसी जानवर पर भी इसका इस्तेमाल मत करें.