नए साल पर देश को मिला कोरोना वैक्सीन का तोहफा, सीरम इंस्टिट्यूट की Covishield को इमरजेंसी यूज के लिए मिली हरी झंडी: रिपोर्ट

नए साल के आगाज के साथ देश को पहली कोरोना वैक्सीन मिल गई है. सरकार ने सीरम इंस्टिट्यूट की कोविशील्ड वैक्सीन को भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए अनुमति दे दी है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: नए साल के आगाज के साथ देश को पहली कोरोना वैक्सीन (Coronavirus) मिल गई है. सरकार ने सीरम इंस्टिट्यूट (Serum Institute) की कोविशील्ड (Covishield) वैक्सीन को भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए अनुमति दे दी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल पर बनाई गई कमेटी की बैठक में देश में बनी कोविशील्ड को हरी झंडी दी गई है.

केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) में सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (एसईसीएस) ने फाइजर, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) और भारत बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड के वैक्सीन के इमरजेंसी यूज अथॉराइजेशन (ईयूए) के अनुरोध पर विचार करने के लिए बुधवार (30 दिसंबर) को भी बैठक की थी. इस दौरान फाइजर की तरफ से और समय को लेकर अनुरोध किया गया. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड की ओर से प्रस्तुत अतिरिक्त डेटा और सूचनाओं का सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने विश्लेषण किया. जबकि अतिरिक्त डेटा और सूचनाओं का विश्लेषण करने के बाद एक्सपर्ट कमेटी ने फिर इस विषय पर 1 जनवरी 2021 को बैठक की.

उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने देशभर में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कहा कि वे अपने यहां कोविड-19 के टीका अभियान को प्रभावी तरीके से चलाने के लिए कमर कस लें. कोवि़ड-19 टीकाकरण का ड्राई रन 2 जनवरी 2021 (शनिवार) से सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों की सरकारों द्वारा किया जाएगा. इस गतिविधि को कम से कम 3 सत्र स्थलों में सभी राज्य की राजधानियों में आयोजित करने का प्रस्ताव है. कुछ राज्यों में ऐसे जिले भी शामिल होंगे जो कठिन भू-भाग में स्थित हैं या जिनके पास संसाधनों की कमी है. महाराष्ट्र और केरल राज्यों का अपनी राजधानी के अलावा अन्य प्रमुख शहरों में इस अभ्यास सत्र को चलाने का कार्यक्रम है.

महामारी से बचाव के इस टीकाकरण अभियान का मकसद उस क्षेत्र विशेष की परिस्थितियों में टीकाकरण करने संबधी चुनौतियों से अवगत होना है. साथ ही इसके लिए बनी रणनीति को अमली जामा पहनाने में आ रही दिक्कतों का भी निवारण करना है. टीकाकरण अभियान के दौरान आने वाली व्यवहारिक दिक्कतों के आधार पर आगे की रणनीति तय करने में ये ड्राई रन काफी मददगार साबित होगा और इसके संचालन में विभिन्न स्तरों पर जुटे लोगों का भी आत्मविश्वास बढ़ेगा. इस टीकाकरण अभियान की पूरी योजना स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 20 दिसंबर 2020 को जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार होगी.

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