Coronavirus Update: देश में कोविड-19 के 12,286 नए मामले दर्ज
कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों से उपजी चिंता के बीच पिछले 24 घंटों में देश में 12,286 नए मामले और 91 मौतें दर्ज हुईं हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि देश में अब मामलों की कुल संख्या 1,11,24,527 और मौतों की संख्या 1,57,248 हो गई है.
नई दिल्ली, 2 मार्च : कोरोनावायरस (Coronavirus) के बढ़ते मामलों से उपजी चिंता के बीच पिछले 24 घंटों में देश में 12,286 नए मामले और 91 मौतें दर्ज हुईं हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Ministry of Health) ने मंगलवार को कहा कि देश में अब मामलों की कुल संख्या 1,11,24,527 और मौतों की संख्या 1,57,248 हो गई है. देश में मामलों के पॉजिटिव आने की दर बढ़कर 1.51 प्रतिशत तक हो गई है. मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, बीते एक दिन में 12,464 रोगियों को छुट्टी देने के बाद देश में अब कोरोनावायरस के 1,68,358 सक्रिय मामले हैं. अब तक देश में कुल 1,07,98,921 लोग बीमारी से उबर चुके हैं और रिकवरी दर 97.07 प्रतिशत हो गई है. वहीं मामलों के बढ़ने को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि इसके लिए कोरोनावायरस का म्यूटेशन और नए वैरिएंट जिम्मेदार हैं. साथ ही कोविड प्रोटोकॉल के पालन में लोगों द्वारा बरती जा रही ढिलाई भी बड़ा कारण है.
हालांकि पिछले 15 दिनों से मामले बढ़ने से पहले फरवरी के मध्य में अधिकारियों ने कहा था कि देश में औसत दैनिक संक्रमण के मामले 9,000 से 12,000 के बीच और मौतों के आंकड़े 78 से 120 के बीच थे. पिछले हफ्ते दर्ज हुए मामलों को देखें तो साप्ताहिक औसत के 90 फीसदी मामले 6 राज्यों- महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, पंजाब, कर्नाटक और गुजरात का था. मामलों की बढ़ती संख्या की चिंता के बीच केंद्र ने इन राज्यों में अपनी टीमें भी भेजी हैं. मंत्रालय के मुताबिक रविवार को 7,59,283 नमूनों का परीक्षण करने के बाद आईसीएमआर द्वारा अब तक किए गए परीक्षणों की कुल संख्या 21,76,18,057 है. यह भी पढ़ें : TRP घोटाला: अदालत ने बार्क के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता की जमानत मंजूर की
बता दें कि 16 जनवरी को शुरू हुए सामूहिक टीकाकरण अभियान के तहत अब तक देश में 1,48,54,136 कोरोना वैक्सीन डोज दिए जा चुके हैं. वहीं 1 मार्च से शुरू हुए टीकाकरण के तीसरे चरण में 27 करोड़ लोगों को वैक्सीन दिया जाना है. इसमें 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग और 45 साल से ज्यादा उम्र के वो लोग शामिल हैं, जो बीमारियों से पीड़ित हैं. सरकारी अस्पतालों में मुफ्त टीका लगाया जाएगा, वहीं निजी अस्पतालों से वैक्सीनेशन कराने वालों को पैसे देने होंगे.