कोरोना से जंग जारी: लॉकडाउन के कारण दिल्ली मेट्रो नहीं चल रही, लेकिन डीएमआरसी मदद में सक्रिय

कोरोनावायरस को रोकने के लिए चल रहे बंद के कारण भले ही दिल्ली मेट्रो नहीं चल रही है, लेकिन डीएमआरसी ने काम करना बंद नहीं किया है। डीएमआरसी उन लोगों तक मदद पहुंचाने में जुटा हुआ है, जो कोविड-19 महामारी का मुकाबला करने में जुटे हैं. इतना ही नहीं डीएमआरसी ने जरूरतमंद लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए निगमबोध घाट, बंगला साहिब और यमुना बैंक और गढ़ी मांडू जैसे क्षेत्रों में भोजन वितरण करने का अभियान चलाया. दिल्ली मेट्रो ने कहा कि आने वाले दिनों में वह इस तरह के और अभियान चलाएगा.

दिल्ली मेट्रो (Photo Credits-IANS)

नई दिल्ली. कोरोनावायरस को रोकने के लिए चल रहे बंद के कारण भले ही दिल्ली मेट्रो नहीं चल रही है, लेकिन डीएमआरसी ने काम करना बंद नहीं किया है। डीएमआरसी उन लोगों तक मदद पहुंचाने में जुटा हुआ है, जो कोविड-19 महामारी का मुकाबला करने में जुटे हैं. इतना ही नहीं डीएमआरसी ने जरूरतमंद लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए निगमबोध घाट, बंगला साहिब और यमुना बैंक और गढ़ी मांडू जैसे क्षेत्रों में भोजन वितरण करने का अभियान चलाया. दिल्ली मेट्रो ने कहा कि आने वाले दिनों में वह इस तरह के और अभियान चलाएगा.

यमुना बैंक में बड़ी संख्या में प्रवासी कामगार रह रहे हैं. दिल्ली मेट्रो, अपने वेंडर्स में से एक स्पेस टेली के साथ कोविड वारियर्स के लिए भी मदद पहुंच रहा है. इसमें मुख्य रूप से दिल्ली पुलिस के जवान हैं, जो 70 बैरिकेड्स पर तैनात हैं और पीसीआर मैनिंग कर रहे हैं. डीएमआरसी ऐसे कर्मचारियों को मास्क, सैनिटाइजर और कुछ खाद्य पदार्थों जैसे बिस्कुट और जूस आदि भी बांट रहा है. यह भी पढ़े-लॉकडाउन खुलने के बाद दिल्ली मेट्रो में आरोग्य सेतु एप और बिना मास्क के नहीं मिलेगी एंट्री, जानें नई गाइडलाइंस

सोनिया विहार और जगतपुरी जैसे क्षेत्रों में, सड़कों पर बैरिकेड पॉइंट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को चाय और जलपान उपलब्ध कराया जाता है. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए अपने कर्मचारियों के एक दिन के मूल वेतन को पीएम-केयर्स फंड में योगदान करने का भी निर्णय लिया है. वर्तमान में इसके लगभग 14,500 कर्मचारी हैं.

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