तेलंगाना 7 अप्रैल तक कोरोना वायरस से हो सकता है मुक्त, मुख्यमंत्री केसीआर का दावा
तेलंगाना (Telangana) के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (K Chandrashekar Rao) ने दावा किया है कि अगर राज्य में कोई ताजा कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण का केस सामने नहीं आया तो 7 अप्रैल तक तेलंगाना इस महामारी से मुक्त हो सकता है.
हैदराबाद: तेलंगाना (Telangana) के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (K Chandrashekar Rao) ने दावा किया है कि अगर राज्य में कोई ताजा कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण का केस सामने नहीं आया तो 7 अप्रैल तक तेलंगाना इस महामारी से मुक्त हो सकता है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक वर्तमान में तेलंगाना में कोविड-19 (COVID-19) के 69 मामले की पुष्टि हुई है जिनमें से एक संक्रमित व्यक्ति की मौत हो चुकी है.
मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने रविवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि राज्यभर में क्वारंटाइन और निगरनी में रखे गए 25,935 संदिग्ध लोग 7 अप्रैल तक अपनी 14-दिवसीय क्वारंटाइन अवधि पूरी कर लेंगे. ऐसे में अगर तब तक कोरोनो वायरस का कोई नया रोगी नहीं मिलता है तो तेलंगाना कोरोना वायरस महामारी से मुक्त हो जाएगा. हालांकि मुख्यमंत्री ने लोगों से लॉकडाउन के दौरान खुद पर नियंत्रण रखने की अपील की है. कोरोना वायरस का कहर: देश में COVID-19 पॉजिटिव का आंकड़ा 1071 पहुंचा, 30 की मौत
इस दौरान केसीआर ने बताया कि गांधी अस्पताल (Gandhi Hospital) में इलाज करवा रहे 11 लोगों की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव मिली है. सभी को अंतिम जांच के बाद सोमवार को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा. जबकि राज्य के प्रवासियों को सभी जरुरी सुविधाएं मुहैया कराने का आश्वासन सीएम के चंद्रशेखर राव ने दिया.
तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री ई राजेंद्र ने शनिवार को राज्य में कोरोना वायरस से 74 साल के शख्स की मौत की पुष्टी की. दो दिन पहले बुजुर्ग की मौत के बाद नमूने लिए गए थे. रिपोर्ट में बुजुर्ग के घातक विषाणु से संक्रमित होने की पुष्टि हुई. मृतक बुजुर्ग ने कुछ समय पहले ही दिल्ली की यात्रा की थी. उन्हें 20 मार्च से सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और 26 मार्च को अपने घर में बेहोश हो गए थे जिसके बाद अस्पताल लाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
पिछले हफ्ते केसीआर ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले लोगों पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा था कि अगर लोग लॉकडाउन को नहीं मानेंगे और घर के अंदर नहीं रहेंगे तो राज्य में कर्फ्यू लगाया जाएगा. अगर तब भी लोग नहीं माने तो सेना बुलाकर गोली चलाने का आदेश देने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.