हरियाणा: 10 मजदूरों को लेकर शुरू कर सकते हैं निर्माण कार्य, श्रम विभाग ने जारी किया निर्देश
कोरोना वायरस से आम से लेकर खास तक सभी कहीं न कहीं परेशान हैं. समूचा विश्व इस वायरस के अंत का इंतजार बड़ी बेसब्री से कर रह रहा है. कई देश इस कोरोना वायरस की चपेट में हैं. उसमें भारत का नाम भी शामिल है. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए देश में 3 मई तक के लिए लॉकडाउन लगाया गया है. लॉकडाउन के कारण कई कई मजदूरों के जीविका पर असर पड़ा है. जिसे लेकर केंद्र और राज्य सरकार अब नए कदम उठा रही है. इसी कड़ी में हरियाणा की सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. दरअसल हरियाणा सरकार की ओर से जिला उपायुक्तों को एक गाइडलाइन जारी किया है. जिसके मुताबिक 10 मजदुर छोटे भवन निर्माण, उद्योग के निर्माण कार्य को कर सकते हैं लेकिन उन्हें दिए गए निर्देशों का पालन करना होगा.
कोरोना वायरस से आम से लेकर खास तक सभी कहीं न कहीं परेशान हैं. समूचा विश्व इस वायरस के अंत का इंतजार बड़ी बेसब्री से कर रह रहा है. कई देश इस कोरोना वायरस की चपेट में हैं. उसमें भारत का नाम भी शामिल है. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए देश में 3 मई तक के लिए लॉकडाउन लगाया गया है. लॉकडाउन के कारण कई कई मजदूरों के जीविका पर असर पड़ा है. जिसे लेकर केंद्र और राज्य सरकार अब नए कदम उठा रही है. इसी कड़ी में हरियाणा की सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. दरअसल हरियाणा सरकार की ओर से जिला उपायुक्तों को एक गाइडलाइन जारी किया है. जिसके मुताबिक 10 मजदुर छोटे भवन निर्माण, उद्योग के निर्माण कार्य को कर सकते हैं लेकिन उन्हें दिए गए निर्देशों का पालन करना होगा.
लेबर डिपार्टमेंट के नियमों के मुताबिक मजदूर काम दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे. इसके साथ काम पर आने के लिए मजदूरों को अपने वाहन से आना और जाना होगा. इसके साथ ही उन्हें लंच के दौरान अलग-अलग बैठना होगा. निर्माण कार्य से जुड़े दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है. बता दें कि प्लाट पर निर्माण कार्य के लिए किसी परमिशन की जरूरत नहीं होगी. लेकिन यह निर्देश कंटेनमेंट जोन (Coronavirus Containment Zones) घोषित इलाकों में लागू नहीं होगा.
लॉकडाउन के कारण कई मजदूरों के जीविका पर संकट मंडराने लगा था लेकिन अब इस निर्देश के बाद हरियाणा में बंद पड़े छोटे काम फिर से शुरू हो जाएंगे. जिससे उन्हें फायदा मिलेगा. हरियाणा का झज्जर जिला अब तक कोरोना वायरस से मुक्त था लेकिन सेामवार को वहां भी इसने दस्तक दे दी. वहीं राज्य में पांच नए मामले सामने आने से इस महामारी के मरीजों की संख्या बढ़कर 301 हो गई है. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बुलायी गई मुख्यमंत्रियों की बैठक में खट्टर ने कहा है कि उनका राज्य कोरोना वायरस संकट के कारण उत्पन्न किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.