कांग्रेस विधायक ने सरकार पर विधायकों के फोन टैप करने का आरोप लगाया
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Twitter)

जयपुर, 13 जून : कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी (Ved Prakash Solanki) ने अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर कुछ विधायकों के फोन टैप (Phone Tapping) करने का आरोप लगाया है. फोन टैपिंग की शिकायत करने वाले विधायकों में से किसी का नाम लिए बगैर कांग्रेस नेता सचिन पायलट के कट्टर समर्थक सोलंकी ने कहा कि विधायकों को एजेंसियों के फसने का डर है. जयपुर की चाकसू विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक सोलंकी ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘मुझे नहीं पता कि मेरा फोन टैप किया गया है या नहीं. कुछ विधायकों ने मुझे बताया कि उनके फोन टैप किये जा रहे हैं. मुझे यह भी पता नहीं है कि राज्य सरकार फोन टैपिंग में शामिल है या नहीं. कई अधिकारियों ने उन्हें (विधायकों) सचेत किया है कि ऐसा लगता है कि उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है.’’

उन्होंने आगे कहा, ‘‘इनमें से कुछ विधायकों ने मामले की जानकारी मुख्यमंत्री को भी दी है.’’ उन्होंने कहा कि वह नहीं जानते कि विधायकों को तकनीकी जानकारी है या नहीं या कोई ऐसा एप भी है जिसके जरिए उन्हें अपना फोन टैप होने की जानकारी मिली है. विधायक के बयान पर विपक्षी भाजपा ने कहा कि कांग्रेस अपने ही विधायकों को डरा-धमका रही है. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने ट्वीट किया, ‘‘आज फिर से कांग्रेस के एक विधायक कह रहे हैं कि ‘कई विधायक कह रहे हैं कि उनके फोन टैप हो रहे हैं, उनकी जासूसी हो रही है’, कांग्रेस बताए कि ये विधायक कौन हैं?’’ उन्होंने कहा, ‘‘सो जा बेटा गब्बर आ जाएगा” की तर्ज़ पर कांग्रेस अपने ही विधायकों को डरा रही है. कांग्रेस बताए गब्बर कब आएगा?’’ यह भी पढ़ें : Mumbai: मलाड स्थित बेकरी में NCB ने मारा छापा, केक-पेस्ट्री में ड्रग्स मिलाकर हाई प्रोफाइल लोगों को किया जाता था सप्लाई

विधानसभा में प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा, ‘‘गहलोत सरकार फिर से जनप्रतिनिधियों को डरा रही है.’’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अपनी ही सरकार से भयक्रांत कांग्रेस विधायकों का दबी जुबां में फोन टैपिंग की बात कहने से उनकी मनोस्थिति व पीड़ा जगजाहिर हो गई है. ना जाने कब क्या हो जाए...’’ गौरतलब है कि पिछले साल जुलाई में पायलट और कांग्रेस के 18 विधायकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत कर दी थी. उन्होंने अवैध तरीके से फोन टैपिंग सहित अन्य कई आरोप सरकार के खिलाफ लगाए थे. उस दौरान गहलोत के विशेषाधिकारी (ओएसडी) लोकेश शर्मा द्वारा टेलीफोन पर बातचीत के कुछ ऑडियो क्लिप साझा किए जाने से इन आरोपों को बल मिला था.