कासगंज हादसे पर सीएम योगी ने जताया दुख, अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने के दिए निर्देश

उत्तर प्रदेश के कासगंज में हुए हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक जताया है. उन्होंने अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए.

(Photo Credits ANI)

कासगंज, 12 नवंबर : उत्तर प्रदेश के कासगंज में हुए हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक जताया है. उन्होंने अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए.

चीफ मिनिस्टर ऑफिस (सीएमओ) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनपद कासगंज के मोहनपुरा में मिट्टी की धाय गिरने से हुए हादसे में जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने और घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं. साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है.'' यह भी पढ़ें : Kasganj Road Accident: कासगंज में दर्दनाक हादसा, मिट्टी की ढाय में दबने से 4 की मौत, राहत एवं बचाव कार्य जारी

यूपी के कासगंज जिले के कस्बा मोहनपुरा में मिट्टी की ढाय में दबकर चार लोगों की मौत हो गई कई महिलाएं और बच्चे मिट्टी में दब गए. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत एवं बचाव की प्रक्रिया शुरू की गई. गड्ढा इतना गहरा था कि महिलाओं और बच्चों को निकालने के लिए जेसीबी मंगानी पड़ी. इसके बाद सभी को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया. जानकारी के अनुसार यहां पर बच्चे और महिलाएं मिट्टी लेने आए हुए थे. तभी मिट्टी का ढाय अचानक से गिर गया. मिट्टी के नीचे करीब 20 महिलाएं और बच्चे दबे हुए हैं. जिसमें चार लोगों की मौत हो गई.

चीफ मेडिकल ऑफिसर ने इस घटना के संबंध में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ''यह लोग मिट्टी लाने के लिए गए थे. कोई फंक्शन होता है , उसमें हिस्सा लेने के लिए यह लोग मिट्टी लेने गए थे. तभी दीवार गिरने से यह लोग हादसे का शिकार हो गए. हमारे यहां अब तक 9 लोगों को लाया गया है. जिसमें से चार महिलाओं की मौत हो गई है और पांच लोग खतरे से बाहर हैं. इसमें से दो लोगों को हमने अलीगढ़ रेफर कर दिया है. बाकी का इलाज यहां चल रहा है.''

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