Farmer protest: हरियाणा खट्टर सरकार कब तक्क चलेगी? खुद CM ने दिया स्पष्टीकरण
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: ANI)

नई दिल्ली, 12 जनवरी : किसान आंदोलन के मुद्दे पर गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) के साथ मंगलवार की शाम गृह मंत्रालय में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर  (Manohar Lal) और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) की करीब डेढ़ घंटे चली बैठक में सुप्रीम कोर्ट के फैसले सहित कई अहम मुद्दों पर बात हुई. खास बात यह है कि किसान आंदोलन के कारण सियासी गलियारों में भाजपा-जेजेपी सरकार के भविष्य को लेकर लग रहीं अटकलों के बीच हुई इस बैठक में दोनों दलों के प्रदेश अध्यक्ष भी बुलाए गए थे. बैठक खत्म होने के बाद गृहमंत्रालय के बाहर मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि विपक्ष भले ही तमाम अटकलें लगाता रहे, लेकिन हरियाणा में उनकी सरकार कार्यकाल पूरा करेगी. मनोहर लाल का यह बयान इसलिए भी खास है, क्योंकि किसान आंदोलन के कारण जेजेपी पर सरकार से समर्थन वापसी के लिए लगातार किसान नेताओं का दबाव पड़ रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान आंदोलन का हरियाणा केंद्र बिंदु बन चुका है, इस नाते आज पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने गृहमंत्री से मिलकर विभिन्न विषयों पर बात की. किसानों ने 26 जनवरी के दिन ट्रैक्टर परेड का ऐलान किया है.

गृहमंत्री अमित शाह के साथ चली बैठक में गणतंत्र दिवस समारोहों को बगैर किसी बाधा के आयोजित करने से जुड़ीं तैयारियों को लेकर भी चर्चा हुई. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मीडिया से कहा, "गणतंत्र दिवस किसी पार्टी का नहीं, बल्कि सबका है. इसमें सबको सहयोग करना चाहिए. मीटिंग में गणतंत्र दिवस के आयोजन को लेकर भी चर्चा हुई. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि आज सुप्रीम कोर्ट ने कृषि कानूनों को लागू होने से रोकते हुए कमेटी बनाई है. यह कमेटी सभी बातों पर विचार-विमर्श करेगी. ऐसे में उम्मीद है कि अब आंदोलन खत्म कर किसान अपने-अपने घरों को लौट जाएंगे. यह भी पढ़ें :Farmers Protest: कांग्रेस का केंद्र पर तंज, कहा-किसान जो मांग रहा है, वो मिल नहीं रहा..जो नहीं चाहिए, वो जबरन दिया जा रहा है

बता दें कि कृषि कानूनों को लेकर हरियाणा में किसानों की नाराजगी लगातार बढ़ रही है. हाल ही में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की राज्य में एक किसान सभा भी किसानों ने नहीं होने दी थी. सभास्थल पर उपद्रव के कारण मुख्यमंत्री की सभा नहीं हो पाई थी. सहयोगी जेजेपी के कुछ नेता भी किसान आंदोलन का समर्थन कर चुके हैं, जिससे गठबंधन को लेकर अटकलें लग रही हैं. किसान आंदोलन के मसले पर इससे पूर्व भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल की गृहमंत्री शाह के साथ बैठक हो चुकी है.

गृहमंत्री के साथ आज हरियाणा के दोनों शीर्ष नेताओं की बैठक इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस बैठक में कोर्ट के फैसले और किसानों के रुख पर चर्चा हुई. किसान नेताओं ने फिलहाल आंदोलन खत्म न करने का फैसला किया है.

सूत्रों के मुताबिक, बैठक में गृहमंत्री ने गणतंत्र दिवस के मद्देनजर हरियाणा में कानून व्यवस्था पर कड़ी नजर रखने के लिए भी मुख्यमंत्री को कहा है.