NRC पर सीजेआई रंजन गोगोई का बड़ा बयान, कहा- ये भविष्य का दस्तावेज

चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि एनआरसी कोई इस समय का दस्तावेज नहीं है. यह 19 लाख या 40 लाख की बात नहीं है. यह भविष्य का दस्तावेज (Document for future) है. यह भविष्य का हमारा मूल दस्तावेज है, जिसके आधार पर लोग भविष्य के दावों को आधार बना सकते हैं.

चीफ जस्टिस रंजन गोगोई (Photo Credit-ANI)

चीफ जस्टिस रंजन गोगोई (CJI Ranjan Gogoi) ने रविवार को नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स (एनआरसी) को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. एनआरसी (NRC) के आलोचकों को जवाब देते हुए चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि एनआरसी कोई इस समय का दस्तावेज नहीं है. यह 19 लाख या 40 लाख की बात नहीं है. यह भविष्य का दस्तावेज (Document for future) है. यह भविष्य का हमारा मूल दस्तावेज है, जिसके आधार पर लोग भविष्य के दावों को आधार बना सकते हैं.

चीफ जस्टिस ने आगे कहा कि कुछ मीडिया संस्थानों की गैर जिम्मेदाराना रिपोर्टिंग से स्थिति और खराब हो गई है, एनआरसी की जरूरत अवैध प्रवासियों की संख्या का तत्काल पता लगाने के लिए की गई थी. इसमें कुछ भी कम या ज्यादा नहीं होना था.

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NRC भविष्य का दस्तावेज-

गैर जिम्मेदाराना रिपोर्टिंग से हुई स्थिति खराब-

सीजेआई रंजन गोगोई ने 'पोस्ट कोलोनियल असम' नाम की एक किताब के विमोचन के मौके पर ये बयान दिया है. जस्टिस गोगोई ने एनआरसी पर यह बयान जब आने वाले 17 नवंबर को वे अपने पद से रिटायर हो रहे हैं. उनके रिटायर होने तक कई ऐसे विषय सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन हैं, जिसपर ऐतिहासिक फैसलों की उम्मीद की जा रही है. जिसमें सबसे अहम अयोध्या भूमि विवाद है, जिस पर पिछले 16 अक्टूबर को आखिरी सुनवाई हुई थी.

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