UP में मुख्यमंत्री योगी ने बिजली कटौती पर जताई नाराजगी

उत्तर प्रदेश में कई क्षेत्रों में रोस्टर के मुताबिक बिजली सप्लाई न होने की शिकायतों पर मुख्यमंत्री योगी ने नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि रोस्टर के हिसाब से बिजली मिले. सोमवार को मुख्यमंत्री ने बिजली सप्लाई को लेकर ऊर्जा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की.

सीएम योगी (Photo Credits Twitter)

लखनऊ, 26 अप्रैल : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में कई क्षेत्रों में रोस्टर के मुताबिक बिजली सप्लाई न होने की शिकायतों पर मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि रोस्टर के हिसाब से बिजली मिले. सोमवार को मुख्यमंत्री ने बिजली सप्लाई को लेकर ऊर्जा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व निर्धारित रोस्टर के मुताबिक सभी क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति की जाए. इसके लिए जो भी व्यवस्था करनी जरूरी हो, वो की जाएं. इस मामले में यूपीपीसीएल की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी.

तेज गर्मी और लू का मौसम चल रहा है. ऐसे में गांव हो या शहर, कहीं भी अनावश्यक बिजली कटौती न हो. जरूरत पड़ने पर अतरिक्त बिजली खरीदी जाए. बिजली चोरी करने वालों के विरुद्ध पूरी सख्ती से नियमानुकूल कार्रवाई की जाए. स्लाइन लॉस को न्यूनतम रखने के लिए हर जरूरी कदम उठाए जाएं. बकायेदारों के लिए एकमुश्त समाधान की योजना लागू की जानी चाहिए.

मुख्यमंत्री ने कहा कि नगरों में स्मार्ट मीटर लगाने की कार्यवाही तेज की जाए. साथ ही उपभोक्ताओं के घरों में समय पर बिजली बिल पहुंचाया जाए. उपभोक्ता समय पर बिजली बिल जमा करें. बकायेदारों से लगातार संपर्क करें संवाद करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि एक भी उपभोक्ता को गलत बिजली बिल न मिले और सभी को समय से बिल मिल जाए. ओवरबिलिंग या विलंब से बिल दिया जाना उपभोक्ता को परेशान तो करती ही है, व्यवस्था के प्रति निराश भी करती है. यह भी पढ़ें : टीआरएस से प्रशांत किशोर के संबंधों को लेकर राजनीतिक हलचल तेज

उन्होंने कहा, "बिजली उत्पादन के लिए कोयले की उपलब्धता सतत बनाए रखी जाए. अभी हमारे पास कोयले की कमी नहीं है, किंतु मांग के अनुरूप कोयले की आपूर्ति सुगम बनी रहे, इसके लिए भारत सरकार से सतत संवाद बनाए रखें." बिजली के झूलते लटकते तार/बिजली तारों का संजाल न केवल शहर की सुंदरता खराब करते हैं, आए दिन दुर्घटना के कारक भी बनते हैं. बिजली तारों के भूमिगत किए जाने का काम चरणबद्ध रूप से की जा रही है, किंतु इसमें और तेजी की जरूरत है.

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