मुख्यमंत्री केजरीवाल की जमानत पर सुनवाई टली, BJP ने कहा वो शराब घोटाले के किंगपिन हैं
Arvind Kejriwal - ANI

नई दिल्ली, 23 अगस्त : दिल्ली के कथित शराब घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमानत याचिका पर सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में टल गई है. सुप्रीम कोर्ट अब केजरीवाल की जमानत याचिका और गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका पर 5 सितंबर को सुनवाई करेगा. इसके अलावा दिल्ली की ही राउज एवेन्यू अदालत ने शराब घोटाले में सीबीआई के केस में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत 27 अगस्त तक बढ़ा दी है. कोर्ट की स्पेशल जज कावेरी बावेजा ने केजरीवाल की न्यायिक हिरासत पर यह फैसला सुनाया. केजरीवाल से जुड़े कोर्ट के इन फैसलों के बाद लाजपत नगर में सरकार के खिलाफ दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान भाजपा के कई नेताओं ने आईएएनएस से बात करते हुए केजरीवाल सरकार की लानत-मलामत की.

बीजेपी सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने केजरीवाल की जमानत याचिका खारिज होने पर ‘सत्यमेव जयते’ का नारा लगाने की नसीहत देते हुए कहा, “आप की मंत्री आतिशी, सौरव भारद्वाज और मनीष सिसोदिया को आज सत्य मेव जयते कहना चाहिए. उन्हें कोर्ट की बात माननी चाहिए. अगर फैसला उनके पक्ष में आता तो सत्यमेव जयते कहते. मैं कहता हूं कि अब आज उन्हें सत्यमेव जयते कहना चाहिए. केजरीवाल को भी सत्यमेव जयते कहना चाहिए. मनीष सिसोदिया शराब घोटाले में फिर से जेल जाएंगे. कोई भी घोटालेबाज बच नहीं पाएगा.” यह भी पढ़ें : वक्फ बोर्ड बिल पर पवन खेड़ा ने कहा, सरकार को सभी पक्षों से बात करनी होगी, तभी निकलेगा निष्कर्ष

दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा केजरीवाल को शराब घोटाले का किंगपिन बताते हुए कहते हैं, “शराब घोटाले में केजरीवाल मुख्य सरगना हैं. यह बात अप्रैल में हाईकोर्ट बता चुका है. जांच एजेंसियां साक्ष्य रख रही हैं, न्यायालय को निर्णय देना है. दिल्ली की जनता को पता है कि किसने दिल्ली के अंदर घोटाला किया है और अरविंद केजरीवाल अभी जेल में हैं और जेल में रहेंगे.”

इसके अलावा भाजपा के पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी ने केजरीवाल पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा, “अरविंद केजरीवाल कहते थे कि वह इनकम टैक्स कमिश्नर रहे हैं, दरअसल वह कुछ नहीं रहे हैं. वह झूठे व्यक्ति हैं. वह कमिश्नर नहीं बल्कि एडिशनल कमिश्नर रहे. जब तक किसी केस की जांच चलती है, चाहे वह कोई केस हो, तब तक किसी व्यक्ति को जमानत नहीं मिलती है. ईडी और सीबीआई जांच कर रही है. सबूत मिल रहे हैं. केजरीवाल को जमानत की मांग तब करनी चाहिए जब जांच पूरी हो जाए.

इसके बाद पूर्व सांसद ने मनीष सिसोदिया की भी खिंचाई की. उन्होंने कहा, “इसके अलावा मनीष सिसोदिया भी जमानत पर बाहर हैं. जमानत पर तो क्रिमिनल भी बाहर होता है. रेपिस्ट भी बाहर होता है. इसका मतलब यह नहीं कि वह सच्चा है. अरविंद केजरीवाल को जमानत नहीं मिली है. आज ये लोग कानून को लेकर अलग-अलग बातें कहेंगे, लेकिन जब जमानत मिल जाती है तो सत्य की जीत बताते हैं. सुप्रीम कोर्ट ने मनीष सिसोदिया को जमानत दी तो इसका मतलब यह नहीं कि वह दोष मुक्त हो गए. दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार ने भ्रष्टाचार किया है, कैसे शराब घोटाला किया, दिल्ली की जनता जानती है.”

बता दें, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कथित शराब घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने पूछताछ के बाद 21 मार्च को गिरफ्तार कर लिया था. हालांकि इसके बाद, लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत दे दी थी. अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से 10 मई से 1 जून तक 21 दिन के लिए अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया था. इसके बाद इसकी टाइमिंग पूरी होते ही केजरीवाल ने 2 जून को सरेंडर कर दिया था. वह फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद हैं.