देहरादून: इस साल की चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra) का आरंभ हो चुका है. एक दिन पहले ही अक्षय तृतीया के मौके उत्तराखंड के उच्च गढ़वाल क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाट छह माह बाद श्रद्धालुओं के लिए फिर खोले गए. इस बीच खबर है कि चारधाम यात्रा के लिए आये तीन बुजुर्ग तीर्थयात्रियों की दिल का दौरा (Heart Attack) पड़ने से मौत हो गई. उत्तराखंड में चारधाम यात्रा का आरंभ
जानकारी के अनुसार, यमुनोत्री (Yamunotri) में 24 घंटे में तीन तीर्थयात्रियों की जान हार्ट अटैक से हुई है. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल (Devendra Patwal) ने कहा कि जानकीचट्टी (Jankichatti) से हिमालयी मंदिर (Himalayan Temple) तक के रास्ते के विभिन्न स्थानों पर सभी मौतें हुईं है. मृतकों में एक महिला भी शामिल है.
मृतकों की पहचान उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर निवासी 65 वर्षीय अनिरुद्ध प्रसाद जायसवाल, राजस्थान के डूंगरपुर निवासी 63 वर्षीय कैलाश चौबीसा और मध्य प्रदेश के जबलपुर की 63 वर्षीय शकुन परिहार के रूप में हुई है. चार धाम यात्रा के सीजन में यात्रा मार्गों पर दिल के दौरे के कारण बुजुर्ग तीर्थयात्रियों की मौत हर साल होती है.
वहीं चारधाम यात्रा के पहले ही दिन ही मौसम विभाग ने उत्तरकाशी (गंगोत्री-यमुनोत्री), चमोली (बदरीनाथ) और रुद्रप्रयाग (केदारनाथ) में मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की. बारिश होने की वजह से पहाड़ों पर भूस्खलन की घटनाएं भी हो सकती हैं. जिसके मद्देनजर यात्रियों को थोड़ा सजग रहने की आवश्यकता है. सोमवार को ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे दस घंटे बंद रहा. हाईवे बंद होने से करीब डेढ़ सौ वाहन फंस गए. जिससे यात्री परेशान रहे. उन्हें घंटों भूखे-प्यासे रहना पड़ा. रविवार तड़के चार बजे भूस्खलन होने से हाईवे अवरुद्ध हो गया था, जो सोमवार दोपहर एक बजे खोला जा सका.